मेरठ में पुलिस की कार्यप्रणाली का एक अनोखा और शर्मनाक मामला सामने आया है. मेरठ के थाने में खड़े वाहनों के पुर्जे चोरी हो गए. जब चोरी मामले की जांच हुई तो पता लगा के थाने के सिपाही ही चोरों के साथ मिल गए हैं और माल खाने का माल चोरी करवा रहे हैं. एसएसपी मेरठ रोहित सजवानी ने चोरी के इस मामले पर सख्त एक्शन लिया है. इस मामले में दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, वहीं दो पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं.

जानकारी के मुताबिक मेरठ के थाना बीपी नगर में एक i20 कार किसी मुकदमे में थाने में दाखिल की गई थी. थाने में जगह न होने के कारण इस कार को थाने के बाहर खड़ा कर दिया गया था, लेकिन इस कार पर दो मिस्त्री और थाने के सिपाहियों के नियत फिसल गई. इसी के चलते सिपाहियों ने मिस्त्रियों के साथ गाड़ी के पार्ट्स और हाईफाई म्यूजिक सिस्टम चोरी करने की साजिश रच डाली और कार के पार्ट्स एक एक कर चोरी होने लगे.

बताया गया कि पहले गाड़ी का गेट अचानक गायब हो गया. गाड़ी में लगा कीमती म्यूजिक सिस्टम भी गायब हो गया, लेकिन इस बात की भनक जिले के आला अधिकारियों को लग गई. जिसके बाद इस मामले की जांच सीओ ब्रह्मपुरी बृजेश सिंह को सौंप दी गई. सीओ ने इस मामले की जांच की तो हकीकत खुलकर सामने आ गई. इस मामले में इलाके के दो मिस्त्री को थाने में चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस अधिकारियों ने जब आरोपियों से पूछताछ की गई तो थाने के दो सिपाही की भूमिका भी सामने आ गई.

दरअसल, निर्मल यादव और रविंदर थाना टीपी नगर में सिपाही के पद पर तैनात हैं. इन दोनों ने ही कार के पार्ट्स चोरी करवाने की साजिश रची थी. कार के पार्ट्स चुराने के लिए दो मिस्त्रियों को बुलाया गया. जिसके बाद पार्ट्स गायब हो गए, लेकिन एसएसपी रोहित सजवान के एक्शन से इन पुलिसकर्मियों की कारगुजारी की पोल खुल गई. फिलहाल दोनों आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है, वहीं दोनों सिपाही सस्पेंड करके लाइन भेज दिए गए हैं. सिपाहियों के खिलाफ भी पुलिस ने विवेचना शुरू कर दी है.