मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। संगठन ने गन्ने का भाव चार सौ रुपये प्रति क्विंटल और सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दिए जाने की मांग रखी। आवारा पशुओं की समस्या का तुरंत समाधान करने की मांग भी रखी।

भाकियू अराजनैतिक के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि किसानों की मांगों को रखा गया है। गन्ना पेराई सत्र 2022-23 का राज्य परामर्शी मूल्य घोषित करने के साथ गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि 14 दिन के भीतर गन्ने का भुगतान किया जाए। इसके बाद किसानों को ब्याज सहित भुगतान किया जाए। संकल्प पत्र में किए वादे के मुताबिक सिंचाई के लिए किसानों को मुफ्त बिजली दी जाए। बिजली का बिल फिक्स चार्ज के हिसाब से लिया जाए। सब्जी किसानों को सुरक्षित करने के लिए भाव स्थिरता कोष बनाया जाए। आलू, टमाटर, गोभी आदि सब्जियों का न्यूनतम मूल्य तय किया जाए। कृषि विपणन तंत्र को मजबूत किया जाए।

किसानों के खेतों में आवारा पशु घुसकर फसलों को नष्ट कर रहे है। साथ ही पशुओं के हमले से कई किसान अपनी जान गंवा चुके है, जिससे किसानों में रोष व्याप्त है, इस पर ध्यान दिया जाए। प्रदेश में सरकारी पुरानी मिलों की क्षमता में वृद्धि या जीर्णोद्धार कराया जाए और कुछ जनपदों में नई चीनी मिल की स्थापना की जाए। रेल प्राधिकरण द्वारा भूमि अधिग्रहण में चल रहे विवादों का समाधान कराया जाए। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल में भाकियू अराजनैतिक के चेयरमैन राजेंद्र सिंह मलिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान, उत्तराखंड प्रभारी बापू सरदार अजीत सिंह, राष्ट्रीय महासचिव अनिल तालान, मांगेराम त्यागी, चौधरी दिगंबर सिंह, चौधरी राजवीर सिंह और चौधरी हरिनाम सिंह वर्मा आदि मौजूद रहे।