नई दिल्ली. यूपीएससी एग्जाम देश के मुश्किल एग्जाम में से एक माने जाते हैं. इसके लिए कैंडिडेट दो तीन साल तक प्रैक्टिस करते हैं. यह एग्जाम तीन चरणों में होता है और एक भी एग्जाम में असफल होने पर फिर से पहली प्रक्रिया पर आना पड़ता है इसीलिए यह एग्जाम और मुश्किल बन जाता है. कई बार तो लोग मेंस की तैयारी में प्रीलिम्स को साफ नजरंदाज कर देते हैं. इसकी तैयारी भी एक निश्चित समय से होनी चाहिए. आइए जानें यूपीएससी प्रीलिम्स की तैयारी के लिए सही समय क्या है.
अगर कैंडिडेट मेंस में अच्छा स्कोर करना चाहते और सोचते हैं कि अच्छी रैंक लानी है तो जीएस के सब्जेक्ट और ऑप्शनल पर खूब फोकस करते हैं, यह कई हद तक उचित भी है. लेकिन मेंस की तैयारी में प्रीलिम्स को नजरंदाज करना उचित नहीं है. पीटी की तैयारी के लिए 4 महीने पहले से प्रीलिम्स स्पेसिफिक तैयारी शुरू कर देनी चाहिए.
आने वाले यूपीएससी के एग्जाम में अपीयर होने के लिए कैंडिडेड को इस बात का खास ध्यान रखना है कि जब वह सिलेबस को कवर कर रहा हो तो प्रीलिम्स और मेंस दोनों का ध्यान रखकर पढ़े. उन टॉपिक को इस तरह से तैयार करें कि अगर प्रीलिम्स एग्जाम में प्रश्न आए तो भी हल कर लें और अगर उस पर 150 या 250 शब्दों में लिखने के लिए बोला जाए तो भी अच्छा उत्तर लिख सकें.
यूपीएससी के एग्जाम में तैयारी करने में प्रीवियस ईयर क्वेश्चन पेपर को लगाना काफी फायदेमंद साबित होता है क्योंकि जब पुराने प्रश्नों को करते हैं तो टॉपिक की एक विशेष समझ उत्पन्न होती है. कैंडिडेट को तैयारी में रिवीजन को भी पर्याप्त समय देना चाहिए.