नई दिल्ली. अगर आप निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो आप पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में निवेश करके अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं. यदि आप अधिक जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं तो पोस्ट ऑफिस की इस्कीम में आपके पैसे का निवेश करने का एक अच्छा विकल्प है. पोस्ट ऑफिस एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है और बदले में अच्छा रिटर्न भी देता है. डाकघर ग्राम सुरक्षा योजना एक ऐसी योजना है जो कम जोखिम के साथ प्रभावशाली रिटर्न प्रदान करती है.
बता दें कि ग्राहकों के इस स्कीम में निवेश करने पर मैच्योरिटी के समय लगभग 31 से 35 लाख रुपए प्राप्त करने के लिए हर महीने 1500 रुपए जमा करने होंगे. डाकघर ग्राम सुरक्षा योजना 19 से 55 वर्ष के बीच के सभी भारतीय नागरिकों के लिए खुली है. इस कार्यक्रम के तहत न्यूनतम बीमा राशि भी 10,000 रुपए से 10 लाख रुपए तक हो सकती है.
यह स्कीम पोस्ट ऑफिस की रूरल पोस्टल लाइफ इंश्योरेंस स्कीम्स के तहत चलाया जाता है. इस स्कीम में आप छोटा निवेश करके मोटा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत आप हर दिन 50 रुपये का छोटा निवेश यानी हर महीने 1500 रुपये का निवेश करके मैच्योरिटी पर 35 लाख रुपये का फंड प्राप्त कर सकते हैं. इस स्कीम को खासतौर पर ग्रामीण आबादी के लिए डिजाइन किया गया है.
बता दें कि डाकघर ग्राम सुरक्षा योजना मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक या वार्षिक आधार पर निवेशकों से भुगतान स्वीकार करती है. निवेशक प्रीमियम भुगतान के लिए 30 दिन की छूट अवधि के पात्र हैं. निवेशक संपार्श्विक के रूप में डाकघर ग्राम सुरक्षा योजना का उपयोग करके पैसे उधार ले सकते हैं. इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में नामांकन के तीन साल बाद, आप पॉलिसी को रद्द भी कर सकते हैं, हालाकि, निवेशकों को आत्मसमर्पण की स्थिति से लाभ नहीं होगा.
इस स्कीम में आप 19 साल से लेकर 55 साल की उम्र तक निवेश कर सकते हैं.
इस स्कीम में आपको कम से कम 10,000 रुपए और अधिकतम 10 लाख रुपए का सम एश्योर्ड मिल सकता है.
ग्राम सुरक्षा योजना में आप प्रीमियम अपनी मर्जी के अनुसार चुन सकते हैं.
आप हर महीने, तीन महीने , 6 महीने या सालाना के आधार पर प्रीमियम जमा कर सकते हैं.
इस स्कीम पर निवेशकों को लोन की सुविधा मिलती हैं. यह फैसिलिटी आप 4 साल के बाद उठा सकते हैं.
अगर आप चाहें तो आपकी पॉलिसी लेने के 3 साल बाद इसे सरेंडर भी कर सकते हैं.
अगर आप पॉलिसी लेने के 5 साल के भीतर इसे सरेंडर करते हैं तो आपको इस पर मिलने वाला बोनस नहीं मिलेगा.
आपको बता दें कि इस पॉलिसी की मैच्योरिटी 80 साल तक अधिकतम हो जानी चाहिए. अगर किसी निवेशक की मृत्यु पॉलिसी पूरी होने से पहले हो जाती है तो ऐसी स्थिति में उसके परिवार या नॉमिनी को डेथ बेनिफिट का लाभ मिलता है. नॉमिनी पॉलिसी को क्लेम करके पूरी जमा राशि बोनस के साथ प्राप्त कर सकता है.