नई दिल्ली। कुछ लोग असफलता से हार कर निराश हो जाते हैं और अपना इरादा बदल देते हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी होते हैं, जो मेहनत करते रहते हैं और लक्ष्य पर टिके रहते हैं। वहीं, अंत में जाकर सफलता उनके कदमों में हेाती है। इस बात को सच साबित करके दिखाया है फरीदाबाद के अक्षत कौशल ने। अक्षत को यूपीएससी की परीक्षा में चार बार नाकामयाबी मिली लेकिन इसके बाद भी उन्होंने अपने कदम पीछे नहीं किए। वे अपने फैसले पर अडिग रहे। अंत में पांचवे प्रयास में उनको सफलता मिली। कैसे किया उन्होंने ये सबकुछ आइए जानते हैं।
अक्षत कौशल फरीदाबाद से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने यहां से ही अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद उन्होंने कॉलेज ऑफ इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन्स में इंजीनियरिंग की डिग्री ली।
इंजीनियरिंग डिग्री लेने वाले अक्षत कौशल को जर्नलिज्म में रूचि थी। इस वजह से उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन्स से अंग्रेजी जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा किया। इसके बाद उन्होंने एक अखबार में बतौर रिपोर्टर जॉब भी की।
अक्षत ने यूपीएससी की तैयारी साल 2021 में शुरू की थी। इसके बाद एक साल 2013 में परीक्षा दी और फेल हो गए। इसके बाद उन्होंने अपना दूसरा अटेम्प्ट 2014 में दिया। इस साल भी सफलता उन्हें नहीं मिली थी। इसके बाद एक के बाद एक और इस तरह उन्होंने चार प्रयास दिए। हालांकि 4 प्रयास में फेल हो गए।
लगातार चार बार यूपीएससी की परीक्षा में असफल होने से अक्षत कौशल बुरी तरह टूट गए थे। वे हताश हो गए थे। इसके बाद अब अगला प्रयास नहीं देने का फैसला किया था। इस पर उनकी फैमिली और दोस्तों ने समझाया था।
दोस्तों ओर फैमिली ने अक्षत को एक और बार प्रयास करने के लिए मोटिवेट किया। सबकी बात मानकर अक्षत ने एक और बार परीक्षा दी। इस बार उनकी मेहनत रंग लाई और पांचवे प्रयास में आखिरकार उन्हें परीक्षा क्रैक कर ली थी। यूपीएससी की परीक्षा में उन्हें 55वीं रैंक मिली थी। इसके बाद वे आईपीएस बन गए थे।