पटना: ‘पापा दूसरा ब्याह करने जा रहे… हमारी देखभाल कौन करेगा, परिवार में हमें देखने वाला कोई नहीं है। इसलिए, कृपया इस शादी को रुकवा दीजिए।’ बिहार के शिवहर में 10 साल की एक बच्ची ने पुलिस में ये गुहार लगाई। यही नहीं बच्ची की इस अपील का असर हुआ, पुलिस टीम ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए उस शख्स की दूसरी शादी नहीं होने दिया। इसके लिए पुलिस अधिकारी ने बाकायदा बच्ची के पिता से खास तौर पर बात की। उन्हें समझाया और फिर उन्हें दूसरी शादी नहीं करने के लिए राजी कर लिया।

10 साल की एक बच्ची ने जिस बहादुरी से अपने पिता की दूसरी शादी को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए वो शहर में चर्चा का विषय बन गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वह बच्ची इसके लिए पुलिस स्टेशन पहुंची और अपने पिता का दूसरा ब्याह रुकवा कर ही दम लिया। जानकारी के मुताबिक, जो शख्स दूसरी शादी की तैयारी कर रहा था उसके पहले से 5 बच्चे हैं। इनमें चार लड़कियां हैं। इस शख्स का नाम मनोज कुमार राय है, जिसने दो साल पहले अपनी पहली पत्नी को खो दिया था। अब दूसरी शादी करने की तैयारी में था।

बताया जा रहा कि जैसे ही 10 साल की बच्ची को पता चला कि उसके पिता मनोज एक मंदिर में किसी महिला संग शादी करने जा रहे तो वो परेशान हो गई। कुछ ग्रामीणों को साथ लेकर वो पिपराही थाने में पहुंची और पुलिस से पिता की दूसरी शादी रोकने की गुहार लगा दी। उसने पुलिस के सामने कहा कि ‘हमें सौतेली मां नहीं चाहिए, अगर पिता ने ये शादी की तो उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है।’

रोते हुए लड़की ने पुलिस को बताया कि कैसे उसके पिता होने वाली पत्नी को अपनी सभी 15 कट्ठा जमीन, जायदाद और दूसरी चीजें देने की तैयारी कर चुके हैं। अगर उन्होंने ऐसा किया तो हम 5 भाई-बहनों का क्या होगा। हमारी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। लड़की ने पुलिस से गुहार लगाई कि अगर मेरे पिता ने अपनी सारी जमीन-जायदाद महिला को गिफ्ट में दे दी तो हम कैसे जीवित रहेंगे? परिवार में हमारा ख्याल रखने वाला कोई नहीं है। इसलिए, प्लीज सर इस शादी को रोक दें। बच्ची के साथ-साथ उसके साथ आए ग्रामीणों ने भी पुलिस से यही अपील की।

प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि लड़की की कहानी सुनने के बाद पुलिसकर्मियों को उस पर दया आई। वे तुरंत उस मंदिर में पहुंचे जहां विवाह की रस्में शुरू होने की तैयारी थी। पुलिस ने तुरंत ही शादी रुकवाकर युवक को थाने ले आई। इसके बाद, उन्होंने स्थानीय पंचायत मुखिया, सरपंच और अन्य ग्राम परिषद प्रतिनिधियों को बुलाया गया। फिर सभी ने उस शख्स को अपनी शादी की योजना छोड़ने और अपने छोटे बच्चों की देखभाल करने के लिए मना लिया।

पिपराही के एसएचओ सूरज कुमार गुप्ता ने हमारे सहयोगी अखबार टीओआई को फोन पर बताया कि जब उन्हें आश्वासन मिल गया कि दूसरी शादी का प्लान कर चुके मनोज ने अब अपना प्लान बदल लिया है। अब वो शादी नहीं करेगा तब हमने राहत की सांस ली। मनोज ने कहा कि वो अब अपने बच्चों की देखभाल करेगा। इसी को लेकर उसने एक बॉन्ड पेपर पर साइन भी किया। इस तरह से एक बच्ची ने अपने भाई-बहनों की अच्छी परवरिश के लिए ये साहसिक कदम उठाया।