नई दिल्ली। IAS ऑफिसर गोविंद जायसवाल की इनदिनों खूब चर्चा हो रही हैं, क्योंकि इन पर फिल्म बन रही है. फिल्म का नाम ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ है, जो इस साल 12 मई को रिलीज होने वाली है. बता दें कि गोविंद जायसवाल ने साल 2006 में सिविल सेवा पास की थी, जिसके बाद वह आईएएस बने.

आईएएस गोविंद जायसवाल का कहानी बहुत प्रेरित करने वाली है. उन्होंने जीवन में बचपन से ही काफी संघर्ष किया है. गोविंद जायसवाल के पिता रिक्शा चलाते थे. आईएएस गोविंद ने अपनी पढ़ाई एक सरकारी स्कूल से की थी. इसके बाद उन्होंने वाराणसी में हरिश्चंद्र डिग्री कॉलेज से मैथ में ग्रेजुएशन की. वहीं, इसके बाद वह यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली आ गए.

गोविंद जायसवाल को पढ़ाने के लिए उनके पिता ने काफी परेशानियों को सामना किया. जब गोविंद बहुत छोटे थे तब उनकी मां का निधन हो गया था. गोविंद को पढ़ाने के लिए और उनके पैसे भेजने के लिए उनके पिता खाना तक नहीं खाते थे. वहीं, उन्होंने अपने घाव का इलाज भी नहीं करवाया था. साल 2006 में आईएएस गोविंद जायसवाल ने 22 साल की उम्र में यूपीएससी पास कर आल इंडिया रैंक 48 हासिल की.