गोरखपुर । बारिश व बाढ़ के मौसम में सर्पदंश की घटनाएं बढ़ रही हैं। गर्मी के दिनों में इसके मरीजों की संख्या कम थी। लेकिन बाढ़ व बारिश की वजह से अगस्त में इनकी संख्या में वृद्धि हुई है। तीन माह में 102 लोगों को सांप ने डस लिया है। जिला अस्पताल में इलाज कराने जून में 31, जुलाई में 24 मरीज आए थे। अगस्त में इनकी संख्या बढ़कर 47 हो गई है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी स्नेक वेनम (सर्पदंश की दवा) उपलब्ध करा दी गई है।
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा है कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर 20-20 वायल एंटी स्नेक वेनम उपलब्ध करा दिए गए हैं। इसके अलावा 327 वायल दवा स्टोर में है। जिला अस्पताल में 678 वायल दवा उपलब्ध है। अभी तक बाढग़्रस्त क्षेत्रों में दौरा कर रही टीमों को एक भी मरीज सर्पदंश का नहीं मिला है। सर्पदंश के मामले में किसी तरह की लापरवाही न बरतें, सीधे अस्पताल पहुंचे। झाड़-फूंक के चक्कर में न पड़ें। इस मामले में लापरवाही घातक हो सकती है।
सीएमओ ने बताया कि जिले में जो एंटी स्नेक वेनम मौजूद है। वह तीन जहरीले सांपों के जहर से बचाएगी। इनमें कोबरा, वाइपर व करैत शामिल हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में यही तीन सांप ज्यादा जहरीले होते हैं। अन्य सांपों में जहर इतना नहीं होता है कि उससे मौत हो सके।