लखनऊ: उत्तर प्रदेश में नौकरशाही में बड़े फेरबदल की तैयारी है. आगामी निकाय और लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जल्दी ही वे डीएम और कमिश्नर हटाए जा सकते हैं, जो चुनाव आयोग के तीन साल के प्रावधान के दायरे में आएंगे. ऐसे में वर्ष 2020 और 2021 में तैनाती पाने वाले 23 डीएम और 6 कमिश्नर की जिम्मेदारियों में बदलाव हो सकता है.
मैनपुरी, प्रयागराज, कौशांबी, फर्रुखाबाद, अयोध्या ,महाराजगंज, झांसी, ललितपुर ,लखीमपुर खीरी ,बुलंदशहर ,गाजियाबाद ,बागपत ,मुरादाबाद ,बिजनौर, रामपुर, अमरोहा ,सहारनपुर, हमीरपुर ,महोबा ,बहराइच श्रावस्ती, कासगंज एटा के जिलों के डीएम बदल सकते हैं.
आगरा, कानपुर, गोरखपुर ,मुरादाबाद, आजमगढ़ और सहारनपुर के कमिश्नर की जिम्मेदारी बदल सकती है.
निकाय चुनाव से पहले 140 एसडीएम के तबादले होंगे, यह वह अधिकारी है जो तैनाती के 3 साल के दायरे में आ रहे हैं. इसी तरह से 30 से 40 एसडीएम को भी इधर से उधर करने की पूरी संभावना है.
अप्रैल-मई में नगर निकाय चुनाव होने की उम्मीद है. जैसे ही आचार संहिता लगेगी, चुनाव आयोग तीन साल से एक ही स्थान पर तैनात डीएम और कमिश्नर को हटाने पर विचार करेगा. लोकसभा चुनाव से पहले भी आमतौर पर आयोग ऐसे अधिकारियों की सूची मांग लेता है. इसलिए उच्च स्तर पर निर्णय लिया गया है कि पहले ही ऐसे मामलों पर विचार कर लिया जाए. उच्चपदस्थ सूत्रों की मानें तो ये बदलाव नगर निकाय चुनाव से पहले तीन से चार चरणों में हो सकते हैं.