यूपी। नवरात्र के पवित्र पहले दिन मां पूर्णागिरी का दर्शन व पूजन करने रामगांव थाना क्षेत्र से श्रद्धालुओं का एक जत्था गया था। दर्शन के बाद वापस आते समय मार्ग किनारे खड़े जत्थे के कुछ श्रद्धालुओं को उत्तराखंड की एक निजी बस ने रौंद दिया। जिससे जिले के तीन श्रद्धालुओं की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं कई श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं। जिसमें से दो की हालत नाजुक बतायी जा रही है। हादसे की सूचना मिलते की गांव में कोहराम मच गया है। मृतकों के परिजन बिलख रहे हैं और पूरे गांव में मातम जैसा सन्नाटा पसर गया है। सभी मृतक व घायल एक ही गांव के हैं।
पवित्र चैत्र नवरात्र के पहले दिन उत्तराखंड स्थित मां पूर्णागिरी के दर्शन-पूजन करने के लिए बहराइच के रामगांव थाना क्षेत्र से लगभग 50 लोगों का एक जत्था उत्तराखंड गया था। जत्थे में सोहरवा, बेगमपुर, गुल्हरिया, भगवानपुर आदि गावों के श्रद्धालु शामिल थे। नवरात्र के पहले दिन माता पूर्णागिरी के दर्शन करने के बाद बृहस्पतिवार की सुबह सभी श्रद्धालु अपने घर वापस आ रहे थे। उत्तराखंड के चंपावत जिले के टनकपुर के थुलीगढ़ में सभी श्रद्धालु लौटते समय मार्ग के किनारे खड़े थे। इसी दौरान उत्तराखंड की एक निजी बस अनियंत्रित होकर श्रद्धालुओं पर चढ़ गयी। जिसमें रामगांव थाना क्षेत्र के सोहरवा ग्राम पंचायत के मजरा दरहिया निवासी तीन श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं दो अन्य गंभीर घायल हो गए।
सोहरवा के दरहिया निवासी प्रगतिशील किसान लालता प्रसाद गुप्ता ने बताया कि हादसे में दरहिया निवासी मायाराम (30), रामदेई (48) व बद्री (45) की दर्दनाक मौत हो गयी। वहीं गांव निवासी बद्री की पत्नी कौशल्या (44), कुसुम व रामसूरत गंभीर घायल हो गये। जिनका इलाज वहीं चल रहा है। उन्होंने बताया कि घायलों की संख्या और बढ़ सकती है। इस संबंध में रामगांव थाना प्रभारी अमितेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि हादसे में तीन लोगों के मरने की सूचना मिली है। मृतकों के परिजनों के साथ हमारी संवेदना है। पुलिस परिजनों की हर संभव मदद करेगी।
माता पूर्णांगिरी के दर्शन के बाद लौटते समय हुए भीषण हादसे की सूचना मिलने के बाद से सोहरवा के मजरा दरहिया में मातम जैसा माहौल है। एक ही दिन हुई तीन-तीन मौतों से पूरा गांव दहल उठा है। मृतक मायाराम की पत्नी हादसे की सूचना मिलते ही बेसुध होकर गिर गयी और थोड़ी-थोड़ी देर पर अचेत हो रही है। वहीं ऐसा ही हाल बद्री व रामदेई के भी परिजनों का है। बद्री के परिजन तो इस बात को लेकर परेशान हैं, कि बद्री की मौत के बाद उनकी पत्नी कौशल्या की हालत भी नाजुक बनी हुई है।