गोरखपुर. अगर आपका भी खाता नजदीकी पोस्ट ऑफिस में है तो यह खबर आपके बेहद काम की है, क्योंकि पोस्ट ऑफिस खाता धारकों को मोबाइल नंबर लिंक करने के लिए 31 मार्च तक का समय मिला था. अब डाक विभाग ने बिना मोबाइल नंबर लिंक वाले डाक खातों के संचालन पर रोक लगा दी है. ऐसे में खाताधारकों द्वारा जमा निकासी नहीं किया जा सकता है. इसके लिए खाताधारकों को केवाईसी अपडेट कराना पड़ेगा. बचत खाताधारकों का इस मामले में रिकार्ड बेहतर है. 90 प्रतिशत बचत खाताधारकों ने अपने खाते से मोबाइल नंबर लिंक करा दिया है. 10 प्रतिशत इसमें भी वंचित रह गए हैं. गोरखपुर डाक मंडल की बात करें तो यहां के सभी डाकघरों को मिलाकर कुल 11 लाख खाताधारक हैं.

जिनके खाते मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है, डाक विभाग ने एक अप्रैल से उन खाताधारकों के डाकखातों के संचालन पर रोक लगा दी है. ऐसे सभी खाताधारक अब अपने खातों से तब तक जमा निकासी नहीं कर सकेंगे, जब तक वह केवाईसी अपडेट नहीं करा लेते. गोरखपुर डाकमंडल (गोरखपुर व महराजगंज) ऐसे दो-चार सौ नहीं बल्कि पौने तीन लाख खाताधारक हैं, जिन्होंने डाक विभाग की ओर से किए गए तमाम प्रयास के बाद भी अपने खाते को मोबाइल नंबर से लिंक नहीं कराया.

इन खातों में सर्वाधिक संख्या उनकी है, जिनके ग्राहकों को अपने खाते के संचालन के लिए नियमित रूप से डाकघर आने की जरूरत नहीं होती. जैसे- आरडी, एफडी, सुकन्या समृद्धि, ईपीएफ, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत पत्र, सीनियर सिटिजन खाता.

डाक विभाग के ग्राहकों के नियमित न होने की वजह से खातों से धांधली होने की आशंका निरंतर रहती है. इसे देखते हुए ही डाक विभाग को इसे लेकर कड़ा निर्णय लेना पड़ा है, ताकि खाते में किसी तरह की धांधली होते ही मोबाइल नंबर के जरिये उसकी सूचना ग्राहक तक पहुंच जाए और वह खाते में उपलब्ध अपने धन की सुरक्षा के लिए सक्रिय हो जाए. डाक विभाग ने बीते कुछ समय से अपने खाताधारकों को नेफ्ट और आरटीजीएस की सुविधा देनी शुरू की है. यह सुविधा उपलब्ध कराने में भी मोबाइल नंबर की जरूरत है.

गोरखपुर डाकमंडल के प्रवर अधीक्षक डाक मनीष कुमार ने बताया कि बिना मोबाइल नंबर लिंक वाले खातों को लेकर विभाग की ओर से अभियान चलाया गया, बावजूद इसके बहुत से खाताधारक नहीं जागे. ऐसे में करीब पौने तीन लाख खातों को सेंट्रल सर्वर से लाक कर दिया गया है. इन खातों को फिर से सक्रिय करने के लिए अब ग्राहकों को केवाईसी देना होगा.