बदलते वक्त में अब चुनाव प्रचार का तरीका भी बदल गया है. भले ही नगर निगम का ही चुनाव क्यों न हो, लेकिन प्रत्याशी अपने वोटर्स को समझाने और मनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. यही वजह है कि अब जब मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी EVM पर हो रहा है तो प्रचार में भी डमी ईवीएम के इस्तेमाल की तैयारी है. वाराणसी नगर निगम चुनाव को देखते हुए प्रचार सामग्री के बाजार में डमी ईवीएम प्रत्याशियों की पहली पसंद बनता जा रहा है.

दरअसल, सोशल मीडिया के दौर में चुनाव प्रचार का तरीका भी पूरी तरह से बदल चुका है. लड़ाई अब सड़कों या गलियों में ज्यादा से ज्यादा प्रचार करके अपने वोटर्स को पक्ष में करने की नहीं, बल्कि मोबाइल और कंप्यूटर के जरिये भी मतदाताओं का दिल लुभाने की भी हो गई है. इसी कड़ी में एक कदम और आगे जाकर बाजार में डमी ईवीएम मशीन आ चुकी हैं. वाराणसी में प्रचार प्रसार में इसका खूब इस्तेमाल किया जा रहा है.

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चुनाव प्रचार सामग्री की दुकानों पर मिलने वाली डमी ईवीएम में प्रत्याशी काफी दिलचस्पी दिखा रहे हैं और उनका कहना है कि असल ईवीएम में अपनी नंबरिंग के मुताबिक ही डमी ईवीएम को तैयार कराकर वे जनता के बीच जाने की तैयारी में है. ताकि इससे वोटर्स को EVM में उनके नाम को ढूंढने में दिक्कत न आए और इससे न केवल मतदाताओं का समय बचेगा, बल्कि वे मतदान के प्रति जागरूक भी होंगे.

प्रचार सामग्री विक्रेता राघवेंद्र यादव ने बताया कि पहले और अब के प्रचार सामग्री में काफी बदलाव आ चुका है. पहले जहां प्रत्याशी हैंडबिल,पोस्टर और स्टीकर तक का इस्तेमाल करते थें तो अब डमी वोटिंग मशीन का प्रत्याशी इस्तेमाल करके वोटर्स को अपने पक्ष में करना चाहते हैं. इसलिए डमी वोटिंग मशीन बाहर से ऑर्डर करके मंगाना पड़ता है. जिसमें अंदर थर्माकोल भरा रहता है और ऊपर की तरफ प्रिंट आउट रहता है और बैटरी के जरिए लाइट और बीप की आवाज भी निकलती है. इस डमी EVM मशीन पर प्रत्याशी अपनी नंबरिंग के मुताबिक नाम और चुनाव चिन्ह इंगित करा देते हैं और फिर मतदाताओं को जागरुक करने और समझाने में आसानी हो जाती है. प्रतिदिन 10-20 डमी EVM का आर्डर प्रत्याशी दे भी रहें हैं.

यूपी में दो चरणों में नगर निकाय के चुनाव होंगे. पहले चरण की वोटिंग चार मई और दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को होगी, जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे. यूपी नगर निकाय के 14,684 पदों पर चुनाव होगा. प्रदेश के 17 महापौर और 1420 पार्षद के चुनाव EVM से होंगे. नगर पालिका और नगर पंचायत के पदों पर बैलट पेपर से मतदान होगा. इसके अलावा चुनाव आयोग ने संवेदनशील जगहों पर अतिरिक्त पुलिस लगाने के निर्देश दिए हैं. नगर पालिका परिषद के 199 अध्यक्ष और 5327 सदस्यों का बैलट पेपर से वोट डाले जाएंगे. इसके अलावा 544 नगर पंचायत अध्यक्ष, 7178 सदस्यों का चुनाव भी मतपत्रों से होगा.