नोएडा. सड़क पर चलते हुए कोई व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा हुआ दिखाई देता है, तो ऐसे में लोग मदद करने में घबराते हैं. दरअसल डर लगता है कि कहीं कोई आरोप न लगा दे. हालांकि समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण कई लोगों की जान चली जाती है. शायद आपको पता नहीं है अगर आप किसी की जान बचाते हैं, तो आपको सरकार इनाम देती है. इसके साथ ही गुड समेटेरियन अवार्ड के रूप में सर्टिफिकेट भी देती है. और हां आपको कोई फंसा भी नहीं सकता, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के सख्त आदेश हैं कि मदद करने वाले व्यक्ति को पुलिस परेशान नहीं कर सकती.
नोएडा डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव बताते हैं कि सड़कों पर अगर कोई दुर्घटना में घायल व्यक्ति दिखता है तो उसकी मदद करें. भारत सरकार ऐसे व्यक्तियों के लिए गुड सेमेटेरियन अवार्ड देती है. जिसके तहत 5000 रुपये और एक प्रशस्ति पत्र देती है. लोग अक्सर घबरा जाते हैं कि किसी की मदद करें या न करें. ऐसे में घायल व्यक्ति की मौत हो जाती है. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. सुप्रीम कोर्ट ने सख्त आदेश दिया है कि मदद करने वालों को कोई भी पुलिस वाला परेशान नहीं करेगा. अनिल यादव ब सुप्रीम कोर्ट ने सख्त आदेश दिया है कि मदद करने वालों को कोई भी पुलिस वाला परेशान नहीं करेगा. ताते हैं कि नोएडा दो हजार से भी ज्यादा कैमरे लगे हैं जिससे हम असल अपराधी को पकड़ सकते हैं.
नोएडा डीसीपी ट्रैफिक अनिल कुमार यादव बताते हैं कि जब भी किसी घायल पड़े हुए व्यक्ति को आप देखें तुरन्त 112 पर कॉल करके मामला बताएं और एम्बुलेंस बुलाकर घायल को अस्पताल भेज दें. सभी अस्पताल में मुफ्त में गुड सेमेटेरियन अवार्ड का फॉर्म मिलता है वो आप अस्पताल से मांग सकते हैं. आपने जो आपातकालीन नंबर पर फोन किया था वो रिकॉर्ड भी दिखा कर अवार्ड पा सकते हैं. साथ ही बताया कि पिछले एक साल में एक भी इस तरह का व्यक्ति नहीं मिला, जिसे गुड सेमेटेरियन अवार्ड दिया जा सके.