नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने साल के पहले चक्रवात को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. इस खतरनाक चक्रवात का नाम ‘मोका’ है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 मई के दिन दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में एक बड़ा चक्रवात बन सकता है. यह चक्रवात 8 मई के दिन उत्तर दिशा में चल कर बंगाल की खाड़ी के मध्य की ओर बढ़ेगा. फिलहाल यह चक्रवात किस रास्ते से होकर गुजरेगा, इसके बारे में वैज्ञानिकों ने कुछ सटीक गणना नहीं की है. वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले 7 तारीख के बाद ही इसके मार्ग का पता लगेगा. हांलाकि इससे जानमाल की ज्यादा क्षति न हो इसलिए तटीय राज्यों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है.

मोका का सबसे ज्यादा असर 7 और 11 मई के बीच पश्चिम बंगाल से लेकर उड़ीसा के तटीय इलाकों में देखने के मिलेगा. चक्रवात के खतरे को देखते हुए इन राज्यों में पहले ही चेतावनी जारी कर दी गई है. मौसम विभाग ने तटीय इलाकों में रहने वाले नागरिकों, मछुआरों और नाव चालकों को जल्द से जल्द सुरक्षित जगह पर जाने का आदेश दिया है. एक अनुमान के मुताबिक चक्रवात के हवा की रफ्तार 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है लेकिन 10 मई के दिन कई जगहों पर 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है. इसके अलावा 7-8 मई को अंडमान-निकोबार में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है.

मौसम वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि चक्रवात का रास्ता बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों की तरफ हो सकता है लेकिन इसके असर से म्यांमार भी अछूता नहीं रहेगा. ओडिशा की सरकार ने तटीय इलाकों पर लोगों को अलर्ट किया है. संभावना जताई जा रही है कि मोका चक्रवात का ज्यादा असर साउथ के राज्यों पर देखने को नहीं मिलेगा.