झांसी. झांसी रेलवे स्टेशन पर एक अनोखी परंपरा है जो लंबे समय से चली आ रही है. यहां जो भी लोको पायलट ड्यूटी के लिए निकलते हैं वह घंटी बजाकर शपथ लेते हैं की ट्रेन को पूरी जिम्मेदारी से चलायेंगे. मिशन SPAD (Signal Passed at danger) के तहत लोको पायलट यह शपथ लेते हैं. दरअसल, रेल हादसों में सबसे बड़ा हाथ लोको पायलट का होता है. अगर लोको पायलट सजग रहते हैं और नियमों का पालन करते हैं तो अधिकतर घटनाओं को रोका जा सकता है.

इस बात को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने अपने सभी स्टेशनों पर एक घंटी लगा दी है. लोको पायलट इस घंटी को बजाकर यह शपथ लेते हैं कि ” मैं ट्रेन को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाऊंगा और संचालन के सभी नियमों का पालन करूंगा”. फिलहाल यह सिर्फ एक परंपरा है जिसे बाध्य नहीं किया गया है. झांसी रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि यह एक प्रतिकात्मक शपथ होती है. इसका उद्देश्य है कि लोको पायलट अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहें.

रेलवे द्वारा यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई अन्य कदम भी उठाए जाते हैं. लोको पायलट को ट्रेन पर चढ़ने से पहले कई टेस्ट से गुजरना पड़ता है. उनका ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट भी किया जाता है. इसके साथ ही उन्हें कई कागजी कार्रवाई करनी होती है. इसके बाद ही लोको पायलट ट्रेन पर अपनी ड्यूटी के लिए जाते हैं. क्रू लॉबी में उन हादसों का जिक्र भी किया जाता है जो लोको पायलट की गलती से हुए थे.