नई दिल्ली. संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास कर पाना आसान नहीं है. इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है. यूपीएससी मेंस पास करने के बाद इंटरव्यू क्रैक करना भी काफी मुश्किल होता है. ज्यादातर यूपीएससी उम्मीदवार आईएएस अफसर बनने का ख्वाब देखते हैं.

सिविल सर्विस में आईएएस रैंक को बेस्ट माना जाता है. कई सफल उम्मीदवार आईपीएस या आईआरएस अफसर बनने के बाद फिर से यूपीएससी परीक्षा देते हैं. उन्हें अगले प्रयास में आईएएस रैंक मिलने की उम्मीद रहती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आईएएस अफसर बनने के लिए आपके अंदर कुछ खास गुणों का भी होना जरूरी है?

भारतीय प्रशासनिक सेवा में अफसर बनने के लिए उम्मीदवारों के अंदर बौद्धिक कौशल के साथ ही कई अन्य गुणों का होना भी जरूरी है-

आईएएस अफसर सरकार का प्रतिनिधित्व करते हैं. उन्हें देश के नागरिकों की भलाई के लिए उत्कृष्ट नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन करना होता है. अच्छे नेतृत्व कौशल के बिना ऐसा कर पाना मुश्किल होता है.

किसी भी आईएएस अफसर में यह गुण होना सबसे जरूरी माना जाता है. एक IAS अधिकारी को पूरे दिल से देश की सेवा करनी चाहिए. एक IAS अधिकारी को ऐसी नीतियां बनानी और लागू करनी होती हैं, जिनका देश पर सकारात्मक प्रभाव पड़े.

आईएएस अधिकारी अपने अधिकार क्षेत्र के दिन-प्रतिदिन के प्रशासनिक मामलों के लिए जिम्मेदार होते हैं. एक IAS अधिकारी को न सिर्फ सरकारी काम पूरी जिम्मेदारी के साथ करने चाहिए, बल्कि कुछ गलत हो जाने पर उसे अपने कार्यों की जिम्मेदारी भी लेनी चाहिए.

कई बार आईएएस अधिकारी को इमर्जेंसी हालात में तुरंत निर्णय लेने पड़ जाते हैं. तब उन्हें स्पष्ट दिमाग से सोचना चाहिए और समस्या को हल करने पर ध्यान देना चाहिए. निर्णय लेने की क्षमता एक IAS अधिकारी के सबसे महत्वपूर्ण गुणों में से एक है.

IAS अधिकारियों को विभिन्न प्रशासनिक क्षेत्रों में नियुक्त किया जाता है. इसमें मनी मैनेजमेंट, प्रशासनिक कार्य, विकास कार्यक्रम, कानून प्रवर्तन जैसे विभाग शामिल हैं. असाइन किए गए इन कार्यों को पूरा करने के लिए IAS अधिकारी को मेहनती और अपने कर्तव्य के प्रति समर्पित होना चाहिए.

कुशल प्रशासक बनने के लिए आईएएस अधिकारियों की कम्युनिकेशन स्किल्स बहुत अच्छी होनी चाहिए. यह IAS अधिकारी के शीर्ष गुणों में से एक है. इससे उनके लिए खुद को अभिव्यक्त करना और दूसरों को समझना आसान हो जाता है.

भारत विविधताओं वाला देश है और यहां अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग समस्याएं हैं. इन परिस्थितियों में लीक से हटकर सोचना जरूरी होता है. इससे समस्याओं के बेहतर समाधान ढूंढना आसान हो जाता है.

आईएएस अफसर के कई गुणों में से एक है अच्छी कार्य नीति की जानकारी होना. एक आईएएस अधिकारी को समय पर ऑफिस पहुंचना चाहिए और पर्सनल कामों के लिए सरकारी सुविधाओं का लाभ नहीं उठाना चाहिए.

आईएएस अधिकारी के लिए दयालु होना जरूरी है. IAS अधिकारी का नेचर ऐसा होना चाहिए, जो उसे पीड़ितों की मदद करने के लिए प्रेरित करे. अधिकारी को समाज के जरूरतमंद वर्ग की भलाई के लिए कानूनों को अमल में लाना चाहिए.

प्रशासन में पारदर्शिता का अर्थ है भ्रष्टाचार से लड़ना और सरकारी अधिकारियों को जवाबदेह ठहराना. एक IAS अधिकारी के लिए ट्रांसपेरेंट होना जरूरी है. इससे काम करना आसान हो जाता है. सत्यनिष्ठा का अर्थ है, ईमानदार होकर और मजबूत नैतिक सिद्धांतों के साथ सही काम करना.