मुंबई. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पर एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि हमारा मकसद कर्नाटक में बीजेपी (BJP) को हराना था. उन्होंने अपने पुराने बयानों को याद दिलाते हुए कहा, ‘मैं पिछले 8-10 दिनों से जनसभाओं में कह रहा हूं कि कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी की हार होगी. भले ही बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने कई जगहों पर बैठकें और रोड शो किए हैं, लेकिन हमें यकीन था कि वोटों के माध्यम से लोगों का गुस्सा व्यक्त किया जाएगा.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर शरद पवार ने कहा कि ये कोई बात नहीं है कि कर्नाटक में एनसीपी एक ताकतवर पार्टी है. हमने प्रयास के तौर पर कुछ उम्मीदवारों को खड़ा किया. उनमें से हमने निपानी विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार को जिताने के लिए ताकत लगाई. अभी तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो पहले पांच राउंड तक हमारा प्रत्याशी नंबर वन था, लेकिन अब वह दूसरे नंबर पर है. उसके जीतने की कोई गारंटी नहीं है, लेकिन हमने ये फैसला एक राज्य में प्रवेश करने के लिए लिया. हमारा असली मकसद बीजेपी को हराना था.

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा बीजेपी ताकत के बूते उस राज्य की सत्ता में आना चाहती है, जहां उसका अस्तित्व नहीं है. बीजेपी ने विधायक तोड़कर शक्ति प्रयोग का फार्मूला इस्तेमाल किया है. कर्नाटक में भी उन्होंने यही किया. एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र में भी यही किया. शरद पवार ने कहा कि मध्य प्रदेश में भी विधायकों को तोड़कर कमलनाथ की सरकार गिराई गई थी. बीजेपी ने गोवा में भी यही किया, जो चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के नतीजों ने दिखा दिया है कि लोगों को पेटियों की राजनीति पसंद नहीं है.

एनसीपी चीफ ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने बीजेपी को पूरी तरह से हराने की भूमिका निभाई है. इसका मुख्य कारण भ्रष्टाचार, शक्ति, संसाधनों का दुरूपयोग है. देश में गलत माहौल फैलाने वालों को सबक सिखाने के लिए मैं कर्नाटक की जनता और कांग्रेस पार्टी को बधाई देता हूं. देश के अन्य राज्यों में भी ऐसा ही होगा.

शरद पवार ने कहा कि कर्नाटक में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का भी बड़ा फायदा कांग्रेस को मिला है. केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, झारखंड, पंजाब, पश्चिम बंगाल जैसे ज्यादातर राज्यों में बीजेपी सत्ता से बाहर है. जब 2024 में लोकसभा चुनाव होंगे तो हम कर्नाटक चुनाव से देश की तस्वीर का अंदाजा लगा सकते हैं.