नई दिल्ली: अमेरिका के एबेनेजर मैकबर्नी बयेर्स दुनिया के बेहतरीन एथलीटों में शुमार रहे थे, लेकिन एक गलती न सिर्फ उनके करियर को ले डूबी, बल्कि उनकी मौत का कारण भी साबित हुई. एबेनेजर एक बेहतरीन स्पोर्ट्सपर्सन थे, लेकिन एक दवाई के कारण उनका जबड़ा गलकर गिर गया.
1927 में एबेनेजर चोट से जूझ रहे थे, जिसके बाद डॉक्टर्स ने उन्हें रैडिटौर प्रिस्क्राइब किया था. इस दवा के लेने से वह खुद को एनर्जेटिक महसूस कर रहे थे. जल्द ही एबेनेजर को इस दवाई की लत लग गई और वह जरूरत से ज्यादा इसका सेवन करने लगे. इस दवाई के अधिक सेवन के कारण एबेनेजर का जबड़ा गलकर नीचे गिर गया.
एबेनेजर का जबड़ा गिरने के बाद उन्हें बिल्कुल भी दर्द महसूस नहीं हुआ, क्योंकि रैडिटौर पीने की वजह से उनकी नसें सुन्न हो चुकी थी. डॉक्टर्स भी बहुत कोशिश के बाद उनके जबड़े को नहीं जोड़ पाए. 1932 में 51 साल की उम्र में एबेनेजर की मौत हो गई. मौत होने के बाद उनकी बॉडी का टेस्ट किया गया, जिसमें काफी रेडियोएक्टिव कण पाए गए.
दुर्भाग्य की बात ये रही कि जिस डॉक्टर ने एबेनेजर को रैडिटौर पीना प्रिस्क्राइब किया था, वो असल में डॉक्टर ही नहीं था. फर्जी डिग्री की मदद से वह डॉक्टर बनकर उन्हें बेवकूफ बनाता रहा. इस फर्जी डॉक्टर की वजह से कई लोगों को जान का जोखिम भी उठाना पड़ा. दवा की 1400 शीशी पीने के बाद एबेनेजर की मौत हो गई. मेडिक्स का मानना था कि रैडिटौर के इस्तेमाल से एबेनेजर की चोट को जल्दी भरा जा सकता था. इस वजह से उन्हें हर रोज एक छोटी चम्मच रैडिटौर पीने की सलाह दी गई थी. इसके लगातार सेवन से एबेनेजर काफी अच्छा महसूस कर रहे थे. इस दवा की लग के कारण उनका जबड़ा गलकर गिर गया.