खबर राजस्थान के जोधपुर शहर से है। शहर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने वन विभाग की एक महिला अफसर को पकड़ा है। वह अपने पति को दलाल बनाकर उसकी मदद से रिश्वत ले रही थी। पुलिस ने उसके पति को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है और उसके बाद उसकी पत्नी जो कि वन विभाग में अफसर है। उसे भी गिरफ्तार कर लिया। दोनों को एक साथ जेल भेज दिया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम के अफसरों ने कहा कि इस तरह का संभवत पहला ही मामला है, जब महिला अफसर ने अपने ही पति को रिश्वत लेने के लिए भेज दिया।
जोधपुर एसीबी की टीम ने बताया कि एक ट्रैक्टर चालक ने एसीबी से शिकायत की थी कि वह अपनी ट्रैक्टर ट्रॉली में पत्थर ढोने का काम करता है। अक्सर उसे वन विभाग के क्षेत्र से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में वन विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी एमएस अनोप के द्वारा उसे लगातार परेशान किया जा रहा था, कि अगर वन विभाग के क्षेत्र से होकर गुजरना है तो 10 हजार महीना देना होगा। ड्राइवर ने इसके लिए मना कर दिया।
पीड़ित चालक ने एसीबी को बताया कि जब उसकी गाड़ी को बार-बार बंद किया गया और उसे लगातार परेशान किया गया तो उसने 8 हजार की रिश्वत देने के लिए हांमी भर ली। महिला अफसर एमएस अनोप ने रुपए लेने के लिए अपने पति जयप्रकाश को रिश्वत लेने के लिए भेज दिया। पीड़ित व्यक्ति ने इस बारे में पहले ही भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम को सूचना दे दी थी।
मंगलवार, 23 मई की दोपहर में जब जयप्रकाश रुपए लेने पहुंचा तो एसीबी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। उसके तुरंत बाद एसीबी ने उसका फोन छीन लिया और उसके साथ महिला अधिकारी के दफ्तर में पहुंचे। वहां महिला अधिकारी के पति ने उसी के सामने गुनाह कबूल कर लिया। बाद में एसीबी ने महिला अधिकारी एमएस अनोप को भी गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी ने बताया कि सूचना यह भी मिली थी कि कई ट्रैक्टर ट्रॉली वन विभाग के क्षेत्र से होकर गुजरती हैं। इनमें से अधिकतर से यह लोग रुपए ले रहे थे। कुछ रुपए दे रहे थे और कुछ रुपए नहीं देने के कारण उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया था। महिला अधिकारी जोधपुर के बिलाड़ा क्षेत्र की रहने वाली है और जयपुर-जोधपुर रेंज में वन विभाग की रेंज अफसर का अधिकार रखती है।