मेरठ| मेरठ शहरवासियों को बिजली की किल्लत से छुटकारा दिलाने की कवायद शुरू हो गई है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड शहर में तीन नए बिजली घर बनाने की योजना बना रहा है। विवि रोड, खड़ौली और रामलीला ग्राउंड में 220 और 132 केवी के तीन नए बिजली घर बनाने का प्रस्ताव है।

इससे करीब तीन लाख की आबादी को बड़ी राहत मिलेगी। बिजली विभाग के अधिकारियों ने इसका प्रस्ताव बनाना शुरू कर दिया है। कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने भी पीवीवीएनएल के अधिकारियों से नए बिजली घर के प्रस्ताव मांगे हैं। शासन में भी उनकी ओर से इसकी पैरवी की जाएगी।

शहर क्षेत्र में वर्तमान में 3.22 लाख उपभोक्ता हैं और करीब 50 बिजलीघर हैं। गर्मियों में अक्सर बिजली की खपत बढ़ जाती है जिससे उपभोक्ताओं को बिजली कटौती का भी सामना करना पड़ता है। पीवीवीएनएल अधिकारियों के मुताबिक उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली उपलब्ध कराने के लिए शहर में अभी 5 नए बिजली घरों की आवश्यकता है।

अगर 5 बिजलीघर और बन जाएं तो बिजली कटौती की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। फिलहाल पीवीवीएनएल की ओर से तीन नए बिजलीघर बनाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने नए बिजली घर और रीवेम्प के माध्यम से कराए जाने वाले कार्यों को लेकर अधीक्षण अभियंता शहर राजेंद्र बहादुर, अधिशासी अभियंता विपिन कुमार, संदीप कुमार और जागेश कुमार के साथ बैठक की।

इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जल्द से जल्द तीन नए बिजली घरों का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। इनमें खड़ौली और मवाना रोड के पास 220 केवी, विवि रोड पर 132 केवी और रामलीला ग्राउंड पर 132 केवी के उपकेंद्र के प्रस्ताव बनाने को कहा। इसके अलावा उन्होंने शहर क्षेत्र में जल्द से जल्द बिजली क्षमता वृद्धि, जर्जर तारों, जर्जर खम्भों को बदलने का कार्य भी शुरू करने के लिए कहा। अधिकारियों की ओर से यह कार्य 15 जून से शुरू करने की बात कही गई।

खड़ौली में बिजली घर बनने से गौलाबढ़, सरस्वती विहार, तेज विहार, फाजलपुर, भोलारोड, कंकरखेड़ा, कैंट समेत कई क्षेत्र शामिल होंगी। विवि रोड पर उपकेंद्र बनने से मंगलपांडे नगर, जज कालोनी, रामगढ़ी, जेलचुंगी, जेल रोड, पांडव नगर, सूर्या नगर, न्यू प्रभात नगर समेत कई कालोनियां शामिल होंगी। रामलीला ग्राउंड पर भी नया बिजलीघर बनने से दिल्ली रोड, इंद्रा नगर, देवलोक, इंद्रलोक, सिद्धार्थ नगर, नई बस्ती, मलियाना क्षेत्र के लोगों को भी काफी लाभ पहुंचेगा। इन क्षेत्रों में जहां पहले से बिजलीघर हैं वहां भी भरपूर बिजली मिल सकेगी। करीब 3 लाख से अधिक आबादी को नए बिजली घर बनने से लाभ पहुंचेगा।

पीवीवीएनएल अधिकारियों के साथ बैठक कर तीन नए बिजलीघरों के प्रस्ताव बनाने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही रीवेम्प स्कीम से होने वाले कार्य भी जल्द शुरू कराने के लिए कहा गया है। बिजलीघर के लिए क्षेत्रों के नाम भी सुझाए गए हैं।-अमित अग्रवाल, कैंट विधायक, मेरठ

शहर में तीन नए बिजलीघरों का प्रस्ताव बनाया जा रहा है। इसे लेकर कैंट विधायक के साथ भी बैठक हुई है। उम्मीद है कि एक से डेढ़ साल में बिजली घर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इससे लाखों लोगों को राहत मिलेगी।-राजेंद्र बहादुर, अधीक्षण अभियंता शहर