आजकल ज्यादातर लोग दो सिम इस्तेमाल करते हैं. इनमें से एक घर-परिवार के लिए और दूसरा बिजनेस के लिए होता है. कई बार इससे भी ज्यादा सिम इस्तेमाल करते हैं या दूसरा सिम केवल इमरजेंसी के तौर पर रखते हैं. जो लोग केवल इमरजेंसी वाले समयों के लिए दूसरे सिम को रखते हैं. वे इसमें लंबे समय तक रिचार्ज कराना भूल जाते हैं.

नियम के मुताबिक बंद नंबर को दूसरे शख्स को ट्रांसफर कर दिया जाता है. लेकिन, हर कोई ऐसा नहीं होता है जो चाहता कि उनका नंबर चला जाए. क्योंकि, कभी ये नंबर खास होता है, तो कभी इसमें कई जरूरी सर्विसेज जुड़ी होती हैं.

ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर कितने दिन तक सिम के बंद रहने और रिचार्ज न कराने पर सिम किसी को कंपनियां दे देती हैं. आइए जानते हैं इसका सही जवाब.

कंपनियां सिम को ट्रांसफर करने से पहले कई जरूरी काम करती हैं. सबसे पहले जब आप सिम में 60 दिन तक कोई रिचार्ज नहीं कराते. तब सिम को इनएक्टिव कर दिया जाता है. इसके बाद 6 से 9 महीने का वक्त दिया जाता है. ताकि आप नंबर पर रिचार्ज कर इसे दोबारा एक्टिव कर लें.

अगर आप भी फिर भी रिचार्ज करा कर सिम का इस्तेमाल नहीं करते तब कंपनी कई वार्निंग देती है. अगर आप फिर भी नहीं मानेंगे तो कंपनी अंत में सिम को एक्सपायर करने की प्रक्रिया शुरू करती है.

फिर कुछ महीनों के अंदर ये सिम नंबर किसी दूसरे यूजर को ट्रांसफर कर दिया जाता है. इस प्रक्रिया तक एक साल लग जाते हैं. यानी एक व्यक्ति के पास से दूसरे व्यक्ति तक सिम को ट्रांसफर होने में पूरे एक साल का समय लग जाता है.