उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वांचल तक हो रही झमाझम बारिश ने एक तरफ लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत दी है. वहीं, अब यह बारिश लोगों के लिए मुश्किलों का सबब भी बन रही है. आलम यह है कि यूपी के कई शहरों में भीषण जलजमाव की वजह से लोगों का जीवन दुश्वार हो गया है और लोग अब त्राहिमाम करने लगे हैं. बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है तो वहीं आकाशीय बिजली से कई जिलों में जनहानि की भी खबर है. हालांकि पूर्वांचल की बात करें तो लगातार बारिश से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त तो जरूर हुआ है,लेकिन यह बारिश किसानों के लिए राहत की खबर लेकर आई है. किसानों की मानें तो पूर्वांचल में धान की नर्सरी के लिए यह बारिश काफी फायदेमंद साबित हो रही है. आइए जानते हैं कि यूपी के अलग-अलग जिलों में बारिश से क्या हालात हैं.

सहारनपुर में पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. बारिश के चलते यहां पुराने कलसिया रोड स्थित हसन कॉलोनी में एक मकान भरभरा कर गिर गया. राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. वहीं दूसरी तरफ बारिश के चलते सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी परिसर में स्थित बरसाती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और मंदिर दर्शन करने जाने वाले लोगों के लिए रास्ते बंद हो गए हैं. शहर की बात करें तो लगातार हो रही बारिश की वजह से शहर में भी कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति है. भारी बारिश का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है. यहां पर सहारनपुर अंबाला के बीच रेलवे ट्रैक पर पानी आ जाने से इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों के आवागमन को रोक दिया गया है. वहीं, लगातार हो रही बारिश के चलते बरसाती नदियां भी उफान पर हैं. सहारनपुर में ढोला नदी में बाढ़ आ गई है और बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. वहीं एनडीआरएफ और यूपी फायर सर्विस की टीम लगातार रेस्क्यू में जुटी हुई हैं.

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में पिछले 3 दिनों से रुक-रुक कर भारी बरसात हो रही है जिसके चलते कावड़ यात्रा में शिव भक्तों को खास परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं, जनपद में इस बरसात से तकरीबन आधा दर्जन कच्चे मकानों की छतें गिर गईं जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. एक जगह कच्चे मकान की छत गिरने से मां-बेटी की दुखद मौत की भी खबर है.

अलीगढ़ में मूसलाधार बारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है. यही कारण है कि नाले और नालियां चोक होने की वजह से नाले और नालियों का पानी घरों में घुस रहा है. इसकी वजह से चारों ओर से घरों की दीवार कमजोर होने के बाद मकान धसने के मामले अब शुरू हो चुके हैं. कहीं ना कहीं आम जनता अब नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा भुगतती नजर आ रही है. अलीगढ़ के महफूज नगर में मकान का एक तला गिर जाने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. वहीं कई घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद डेढ़ वर्षीय बच्ची को भी मलबे से बाहर निकाला गया लेकिन डॉक्टरों ने इस बच्ची को भी मृत घोषित कर दिया.

कानपुर देहात में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. यहां पर बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने और कच्चा मकान ढहने से जिले में अब 7 तक लोगों की मौत हो चुकी है. सट्टी थाना क्षेत्र के शाहजहपुर गांव में अरविंद कुमार की झोपड़ी में उनका 9 वर्षीय बेटा देवसिंह और आशीष शुक्ला का बेटा जय बैठे हुए थे, तभी 5 जुलाई की देर शाम अचानक बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से मासूम देवसिंह की मौत हो गई और जय घायल हो गया. बरौर थाना क्षेत्र के कृपलपुर निवासी कसीम अहमद की खेत में बकरी चराते वक्त अचानक आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई, तो वहीं भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र के गिरदौ गांव में बारिश के दौरान कच्चा मकान ढहने से बुर्जुग सभादीन की मलबे में दबकर मौत हो गई. साथ ही डीग गांव निवासी राम बाबू यादव के ऊपर मकान की छत गिरने से उनकी मौत हो गई और डेरापुर थाना क्षेत्र मवई मुक्त निवासी चंद्र पाल की खेत में काम करते वक्त आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी. अमराहट थाना क्षेत्र कस्बा निवासी देवकी नंदन के ऊपर आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई थी. रविवार देर शाम मंगलपुर थाना क्षेत्र गिट्टी गुड़िया गांव निवासी आगनवाड़ी सहायिका उर्मिला देवी की कच्ची दीवार गिरने से उनकी मौत हो गई.

रायबरेली में बीते दिनों हो रही बारिश की वजह से गर्मी से तो निजाद मिल गई, लेकिन लगातार बारिश ने आम जन जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. शहरी क्षेत्र में लोग जल जमाव से परेशान हैं, तो वहीं ग्रामीण क्षेत्र में कच्चे घर अब टूटने लगे हैं जिसकी वजह से कुछ हादसे भी हुए हैं. बीते दिनों आकाशीय बिजली की वजह से अलग-अलग चार लोगों की मौत भी हो चुकी है. प्रशासन के लोग इस दौरान एडवाइजरी जारी करते हुए लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं.

मैनपुरी में लगातार हो रही बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यही नहीं आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो दिन पहले 8 जुलाई को मैनपुरी के अलग-अलग इलाकों में एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई व तीन अन्य घायल हो गए.

बिजनौर में 3 दिन से लगातार हो रही बारिश के चलते जहां जगह-जगह जल भराव होने के कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं निजावतपुरा में बारिश के चलते मकान की कच्ची दीवार गिरने पर उसके नीचे दबकर एक युवती मदीहा की मौत हो गई. बारिश अभी भी जारी है और बारिश के कारण जिले के कई स्थानों पर जलभराव हो गया है. वहीं, दूसरी तरफ गंगा नदी भी अपने पूरे उफान पर है. गंगा बैराज पर इस समय 219 मीटर पानी चल रहा है, जबकि 220 खतरे का निशान है. बारिश से गंगा नदी के साथ-साथ मालन नदी व अन्य नदियां भी पूरे उफान पर हैं.

आगरा में भीषण बरसात के बीच आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोग बुरी तरह झुलस गए जिनमें एक की मौत हो जाने की बात कही जा रही है. यह दुर्घटना थाना बोरा के लालपुरा गांव में हुई है. जानकारी के अनुसार, गांव के 3 लोग खेतों में पशु चरा रहे थे. उसी समय बिजली गिरने से हादसा हुआ. घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसी तरह दूसरी दुर्घटना मंडी क्षेत्र के नगला इतवारी में हुई. नगला इतवारी में आकाशीय बिजली गिरने से दो घरो में रखा सामान जलकर क्षतिग्रस्त हो गया. घर में रखे हजारों रुपये कीमत के बिजली से चलने वाले उपकरण आइटम जलकर खाक हो गए.

यूपी के फतेहपुर जिले में आकाशीय बिजली गिरने से मकान की दीवार गिर गई और मलबे में दबकर बुजुर्ग महिला की मौत हो गई.बुजुर्ग महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया.ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. दरअसल जिले के जाफरगंज थाना क्षेत्र खानपुर कदीम गांव की रहने वाली 85 वर्षीय अमरतिया पत्नी बाबू लाल घर पर रखी अनाज की बोरी हटा रही थी तभी अचानक आकाशीय बिजली घर पर गिर गई और घर का दीवार बुजुर्ग महिला के ऊपर जा गिरी, जिससे महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई.

फिरोजाबाद में भी लगातार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यहां पर एक पुराने मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरने से एक गुंबद क्षतिग्रस्त हो गया. जानकारी के मुताबिक गांव मोहम्मदपुर में पुराना एक मंदिर है जिसमें कई देवताओं की मूर्ति स्थापित है. दो दिनों से हो रही बारिश के साथ आकाशीय बिजली गिरने से मंदिर का गुम्बद, मंदिर में लगे पत्थर, शीशे लोहे का चैनल क्षतिग्रस्त हो गया. आकाशीय बिजली गिरने से मंदिर के पत्थर सड़क पर चारों तरफ पड़े हुए दिखाई दे रहे थे.

पिछले कई दिनों से पूर्वांचल में भी लगातार बारिश हो रही है. यहां पर वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, बलिया, मऊ, मिर्जापुर, भदोही आदि जिलों में रुक-रुक कर हो रही लगातार बारिश के चलते एक तरफ जहां लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है. वहीं इस बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं. खेतों में बरसात का पानी भर जाने से किसान धान की नर्सरी तैयार करने में जुट गए हैं और किसानों का कहना है कि यह बारिश धान की खेती के लिए काफी बेहतर