शामली। आस्था और भक्ति से सराबोर कांवड़ यात्रा में अनोखे रंग नजर आने लगे हैं। सोमवार को हरिद्वार से जल लेकर आते हुए कांवड़ियों के बीच भक्ति और देशभक्ति का अनूठा संगम देखने को मिला। यहां शरीर पर पिन से 51 तिरंगे लगाए शहीद भगतसिंह की फोटो के साथ कांवड़ लेकर जाते हुए युवक को जिसने भी देखा उसी ने अपने दांतों तले उंगलियां दबा ली।

कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धा पथ पर कांवड़िएं शिवालयों की ओर बढ़े जा रहे हैं। भक्ति और देशभक्ति का अनूठा संगम भी देखने को मिल रहा है। शामली का कांवड़ियां देश के सैनिकों के लिए हरिद्वार से गंगाजल लेकर पहुंचा। कांवडिए ने अपने शरीर पर पिन से 51 तिरंगे भी लगा रखे हैं। माहौल भक्तिमय बन गया।

शामली जिले के गांव भारसी निवासी कांवड़ियां विजय हिंदुस्तानी हरिद्वार से गंगाजल लेकर सोमवार को शिव चौक पर पहुंचा। विजय ने अपने शरीर पर पिन से 51 तिरंगे लगा रखे और देश के शहीद सैनिकों के नाम भी गुदवा रखे हैं। विजय का कहना है कि वह केवल देश के सैनिकों के लिए कांवड़ लेकर आया है।

भगवान शिव से उसकी यही मनोकामना है कि देश का एक भी जवान शहीद ना हो, क्योंकि जब भी कोई जवान शहीद होता है, तो उसके परिवार पर पहाड़ सा टूट जाता है। सैनिकों के लिए वह 31 लीटर जल लेकर आया है।

पालने में जल रखकर आगे बढ़ रहा है, जिसमें उसने आगे की तरफ शहीद भगत सिंह की तस्वीर भी लगा रही है। उसका कहना है कि शरीर पर तिरंगे गुदने की वजह से वह कंधों पर जल नहीं उठा सकता है।

विजय ने बताया कि वह पुरा महादेव पर जलाभिषेक करेगा। इसके बाद शहीद के परिवारों को यह गंगाजल दिया जाएगा। शरीर में पिन लगाने की वजह से उसने टिटनेस की इंजेक्शन भी लगवाने पड़े हैं। रोजाना वह सोने के समय तिरंगे वाले बैच को निकाल देता है, सुबह फिर से लगा लेता है।