नई दिल्ली. सरकार ने सोने के कुछ आभूषणों और अन्य सामान के आयात पर बुधवार को ‘अंकुश’ लगाने की घोषणा की. इस कदम से कुछ गैर-जरूरी वस्तुओं के आयात पर रोक लगाने में मदद मिलेगी. अब आयातक को इन स्वर्ण उत्पादों के आयात के लिए सरकार से लाइसेंस की अनुमति लेनी होगी. हालांकि विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने स्पष्ट किया है कि ये अंकुश भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के बीच लागू मुक्त व्यापार करार (FTA) के तहत होने वाले आयात पर लागू नहीं होंगे.
डीजीएफटी ने एक अधिसूचना में कहा कि इन उत्पादों के आयात की नीति को तत्काल प्रभाव से संशोधित कर ‘मुक्त’ से ‘अंकुश’ की श्रेणी में डाल दिया गया है. भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है. सोने के आयात से देश के आभूषण उद्योग की मांग को पूरा किया जाता है. मात्रा के लिहाज से भारत सालाना 800-900 टन सोने का आयात करता है.
वित्त वर्ष की अप्रैल-मई की अवधि में मोती एवं मूल्यवान रत्नों का आयात 25.36 प्रतिशत घटकर चार अरब डॉलर पर आ गया है. इस दौरान सोने का आयात भी 40 प्रतिशत घटकर 4.7 अरब डॉलर रह गया है. यह मुख्य रूप से संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया और अमेरिका जैसे देशों से आयात किया गया था.
चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान कुल व्यापारिक आयात 10.24 प्रतिशत घटकर 107 अरब अमेरिकी डॉलर रह गया. अप्रैल-मई 2023 में व्यापारिक व्यापार घाटा अप्रैल-मई 2022 के दौरान 40.48 बिलियन अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 37.26 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा.
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण भारत का सोने का आयात 2022-23 में 24.15 प्रतिशत घटकर 35 अरब डॉलर रहा है. इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2021-22 में पीली धातु का आयात 46.2 अरब डॉलर रहा था. बीते वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान रत्न और आभूषण निर्यात तीन प्रतिशत घटकर लगभग 38 अरब डॉलर रहा है. चालू खाते के घाटे (कैड) पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने पिछले साल सोने पर आयात शुल्क 10.75 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया था.