जानकारी के मुताबिक तीन दिन में बजरंज दल के 5 पदाधिकारियों पर जानलेवा हमले हुए हैं. धर्मांतरण का विरोध करना बीजेपी सरकार में हिन्दू संगठन के कार्यकर्ताओं पर भारी पड़ रहा है. जनपद बहराइच में कई स्थानों पर मिशनरी के लोगों द्वारा गरीब हिन्दू महिलाओं, पुरुषों को बहला-फुसला कर रोगों को ठीक कराने पर प्रार्थनाएं कराई जा रही हैं. पहले हिन्दू समाज के लोगों से कई बार प्रार्थना में शामिल होने के लिए कहा जाता है.

फिर प्रार्थना में ईसाई धर्म मे आस्था रखने और दूसरे धर्मों को ना मानने के लिए दबाव बनाकर धीरे धीरे धर्मांतरण के तरफ उनको मोड़ा जाता है. हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धार्मिक भावनाओं को आहत करने की धाराओं सहित 5 धाराओं में एफआईआर दर्ज करते हुए जिले में 26 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया और 19 लोगों को जेल भेजा है.

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तीन दिन पहले नानपारा कोतवाली के सिद्धन पुरवा में चल रही चंगई सभा की बजरंज दल के विभाग संयोजन दीपक श्रीवास्तव ने पुलिस से शिकायत करते हुए कहा कि सभा की आड़ में सैकड़ों हिन्दू महिलाओं को बरगलाया जा रहा है. पुलिस ने सभा में छापेमारी की तो असलियत सामने आई की सभा मे रोग को ठीक करने के नाम पर धर्मांतरण चल रहा है. पुलिस ने बाबूलाल फास्टर समेत 19 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया लेकिन दूसरे दिन बजरंज दल के शिकायतकर्ता को दिन में जानमाल की धमकी मिली और फिर शाम को हमला हो गया.

तीसरे दिन मुर्तिहा कोतवाली में बजरंज दल के विभाग उपाध्यक्ष संदीप सिंह को जानकारी मिली की हरखापुर गांव में सभा हो रही है. संदीप सिंह अपने 4 साथियो के साथ जैसे गांव पहुंचने ही वाले थे वैसे हमला हो गया. लाठी डंडों से मिशनरी के लोगो ने पिटाई कर दी. बजरंज दल के विभाग उपाध्यक्ष संदीप सिंह ने पुलिस और पुलिस की खुफिया विभाग पर आरोप लगाते हुए बताया है कि जिले में चल रही धर्मान्तरण को सभाओं की जानकारी पहले आईबी, एलआईयू और स्थानीय पुलिस को लिखित तौर पर दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई ना होने पर ऐसी गतिविधियां तेजी से बढ़ी हैं.

संदीप सिंह ने दावा किया है की मोतीपुर तहसील के 86 गांवो में 22 जगहों पर लगातार धर्मांतरण की सभाए हो रही हैं. उन्होंने बताया की धर्मांतरण के तार लखीमपुर से जुड़े हैं. वहां से राधेश्याम पादरी नाम का शख्स आता है और यहां स्थानीय लोग रामकरन, पतिराम समेत सैकड़ों लोग मिलकर सभाएं करा रहे हैं. फिलहाल पूरे मामले को लेकर मुर्तिहा कोतवाली के कोतवाल शशि कुमार राना का कहना है कि जिले में अगर अब प्रार्थना सभाओं की जानकारी मिलेगी तो और सख्त कार्रवाई की जाएगी.