मेरठ| गाजियाबाद में गलत दिशा से तेज रफ्तार में आ रही स्कूल बस ने कार में टक्कर मार दी थी। इसमें धर्मेंद्र और कार्तिक को छोड़कर सभी छह लोगों की मौत हो गई थी। कार्तिक अभी अस्पताल में भर्ती है।

धनपुर गांव निवासी नरेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, उनकी पत्नी अनीता, बबीता, बच्चे दीपांशु, हिमांशु, बेटी वंशिका और कार्तिक कार से खाटूश्याम के दर्शन करने के लिए मंगलवार सुबह चार बजे चले थे। इसी दौरान गाजियाबाद में हाईवे पर हादसा हो गया था।

मैं खेत पर जाने की तैयारी कर रहा था। तभी सुबह 6:10 बजे धर्मेंद्र का फोन आया। उसने कहा कि भैया हमारा सब खत्म हो गया है और रोने लगा। बदहवास हालत में उसने बस इतना बताया कि गाजियाबाद में गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है। इतना सुनते ही परिवार के सभी लोग बिलख पड़े। इसके बाद सभी लोग इकट्ठा हो गए और मौके पर रवाना हुए। परिवार के छह सदस्यों की हादसे में मौत के बाद फोन कॉल की याद करते ही बड़ा भाई जितेंद्र और परिवार के अन्य लोग फफक पड़ते हैं।

बृहस्पतिवार को धनपुर गांव में पीड़ित परिवार को सांत्वना देने के लिए बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी मुनकाद अली, जिलाध्यक्ष महावीर जाटव, परीक्षितगढ़ ब्लॉक प्रमुख ब्रह्म सिंह, जिला पंचायत सदस्य वार्ड-31 दिनेश कुमार भी पहुंचे। उनके सामने हादसे को याद कर जितेंद्र की आंखों से आंसू निकल जाते हैं। जितेंद्र ने बताया कि पता चलते ही वह गांव से मौके पर पहुंच गए थे, लेकिन इतना समय बीतने के बाद भी प्रशासनिक अधिकारी नहीं आए थे। बसपा नेता ने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

वहीं, भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत भी धनपुर गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर शोक जताया। हादसे में घायल धर्मेंद्र का भी हालचाल जाना। टिकैत ने मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे और जिलाधिकारी दीपक मीणा से फोन पर वार्ता कर पीड़ित परिवार को मुआवजे समेत हरसंभव मदद दिलाने की मांग की। इस दौरान भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी, सत्यवीर सिंह, जगबीर सिंह, हर्ष चहल, नरेश मवाना, रामबोस, मदनपाल, अनूप, विपिन, अमित मौजूद रहे।

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी पीड़ित परिवार को पत्र लिखकर शोक जताया है। उन्होंने परिवार के सदस्य जयपाल सिंह के नाम पत्र लिखकर परिवार के छह लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया और हादसे में घायल लोगों के जल्द ही स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने कहा कि रालोद पीड़ित परिवार के साथ है। उन्होंने पत्र में हरसंभव मदद कराने का आश्वासन दिया।

पीड़ित परिवार के सदस्य शुक्रवार सुबह 10 बजे जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे और अपनी मांगे उनके सामने रखेंगे। उनकी मांगों में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराना और बस चालक को कड़ी सजा दिलाना भी शामिल है। इससे पहले परिवार के लोग राज्यमंत्री दिनेश खटीक से साफ कह चुके हैं कि उन्हें मुआवजा नहीं, न्याय चाहिए।