जालौन। सीमा हैदर नहीं बुंदेलखंड में अन्ना पशुओं की बात करें। जहां किसान इन पशुओं के कारण बर्बाद होता जा रहा है और सरकार न ही अन्ना पशुओं को संरक्षण दे पा रही है और न ही किसानों को राहत। एक सवाल के जवाब में तेवर दिखाते हुए यह बात पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कही।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पूर्व मंत्री व सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने उरई पहुंचे थे। उन्होंने पत्रकारवार्ता भी की। जिसमें उन्होंने बुंदेलखंड की तस्वीर को दिखाते हुए सरकार को घेरा। बोले मैं एक्सप्रेसवे के रास्ते इसीलिए आया।

जहां देखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उद्घाटन करने के एक साल बाद भी काम चल रहा है। सरकार किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात कह रही थी, लेकिन प्रदेश में एक भी मंडी नहीं बनाई, जहां किसानों को उसकी फसल की कीमत मिलती।

एक भी नया जिला अस्पताल नहीं खोला गया। मणिपुर हिंसा पर बोले कि मुख्यमंत्री का बयान शर्मसार करने वाला है। ऐसा नहीं हो सकता कि किसी प्रदेश में महिला के साथ इतनी घिनौनी हरकत हुई और देश के गृहमंत्री को इसकी खबर ही नहीं।

उनकी खुफिया एजेंसियां भी राजनीतिक लोगों के पीछे हैं, इसीलिए ऐसी स्थिति में भी फेल साबित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस नफरत और बांटने की राजनीति करती है। पत्रकार वार्ता के बाद अखिलेश यादव सैफई के लिए रवाना हो गए।

सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और देश के सबसे बड़े सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक सवाल का जवाब देकर इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) और भाजपा व उसके सहयोगी खेमें में राजनीतिक हलचल बढ़ा दी है।

दरअसल उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा के पास सिर्फ एक चेहरा है। लेकिन इंडिया के पास महिला से लेकर कम उम्र के युवा भी प्रधानमंत्री का चेहरा हैं। एनडीए के सामने देशभर के संगठनों ने संयुक्त रूप से इंडिया संगठन तो तैयार कर लिया, लेकिन राजनीतिक सवाल प्रधानमंत्री चेहरे को लेकर बना हुआ है।

ऐसे में इस दल में अहम भूमिका में शामिल सपा के मुखिया अखिलेश यादव का प्रधानमंत्री के रूप में युवा का चेहरा बताना, राजनीतिक लोगों के लिए चर्चा का विषय दे गया है। यह इसलिए क्योंकि अनुभवी और बतौर मुख्यमंत्री तौर पर बड़े सूबे की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।

साथ ही, युवा चेहरे के रूप में अखिलेश यादव इस नए एकजुट नवगठित गठबंधन में बड़ी जगह रखते हैं। हालांकि इसमें उन्होंने महिला प्रधानमंत्री की भी बात कही है, जिसमें राजनीतिक लोग यह इशारा ममता बनर्जी के पक्ष में होने की बात मान रहे हैं।

सपा के संस्थापक व पूर्व जिलाध्यक्ष स्व. इंद्रजीत सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव उनके आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि इंद्रजीत सिंह सपा के पुराने नेता थे और उन्होंने हमेशा मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इंडिया के पास 60 प्रतिशत और एडीए के पास केवल 40 फीसदी ही वोट है।