ठोस शरीर की बुनियाद हड्डियां हैं। शरीर की बनावट से लेकर चलने-फिरने, उठने-बैठने, घूमने सभी में इनकी जरूरत होती है। पोषण की कमी और आलस से भरी जीवनशैली इन्हें कमजोर बना देती है। इन्हें ताकतवर बनाने के लिए फल खाना जरूरी है, जो बोन डिजीज से बचाते हैं।
हड्डी में होने वाले 15 रोग: ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोपेनिया, पेजेट डिजीज, ऑस्टियोजेनेसिस इंपरफेक्टा, ऑस्टियोनेक्रोसिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, ऑस्टियोमायलिटिस, फाइब्रस डिसप्लेसिया, हड्डी कैंसर और ट्यूमर, ऑस्टियोमलेशिया, रिकेट्स, टाइप 1 डायबिटीज, एसएलई, रुमेटायड आर्थराइटिस, सिलिएक डिजीज।
हड्डियों में दर्द, टेढ़ी हड्डियां, फ्रैक्चर का खतरा, इंफेक्शन, कमर दर्द, जोड़ों का दर्द से बचना चाहते हैं तो हड्डियों को मजबूत बनाने वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें। इन हेल्दी फ्रूट्स में कैल्शियम, विटामिन डी, पोटैशियम, मैग्नीशियम मिल जाता है।
अंजीर में कैल्शियम और पोटैशियम होता है, जो रिकेट्स से बचाते हैं। हार्वर्ड के मुताबिक, 2 फलों में 65 मिलीग्राम कैल्शियम मिल जाता है। इसके साथ कॉपर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन बी6, विटामिन-के भी कम नहीं होते।
रोज एक सेब खाकर सिर्फ बीमारी ही नहीं, कमजोर हड्डियां भी मजबूत बनाई जा सकती हैं। इसमें विटामिन सी, विटामिन के, मैंगनीज होता है, जिससे बोन डेंसिटी बढ़ती है।
देसी शरीर बनाने वाला केला ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियोपेनिया को दूर कर सकता है। इसमें एक प्रीबायोटिक होता है, जो कैल्शियम का अवशोषण बढ़ाता है। इसे खाकर जोड़ों से आवाज आना या दर्द की शिकायत दूर की जा सकती है।
बाजार में फोर्टिफाइड संतरा का जूस मिलता है। इसमें विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फोलेट के साथ विटामिन डी जोड़ा जाता है। जो आपको हड्डियों की कमजोरी से बचाने के लिए बहुत जरूरी हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोपेनिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस आदि से अनानास खाकर बचा जा सकता है। इसमें जरूरी कैल्शियम, मैंगनीज और अन्य मिनरल होते हैं। यह खट्ठा फल कॉपर, मैंग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन सी देता है।