स्वास्थ्य और विकास के लिए पोषण सबसे महत्वपूर्ण चीज है। इसमें कई सारे विटामिन और मिनरल्स आते हैं। जो शरीर को मजबूत और ताकत देते हैं। रेगुलर और बैलेंस डाइट लेने से पर्याप्त न्यूट्रिशन मिलता है। अगर इसकी कमी होने लगे तो दिमाग, मसल्स, हड्डियां, नर्व्स और इम्यून सिस्टम काम करना बंद कर देते हैं।
विटामिन और मिनरल्स कई प्रकार के होते हैं। मगर लोगों को सिर्फ विटामिन डी और विटामिन बी12 के बारे में ज्यादा पता है। न्यूट्रिशनिस्ट किरण कुकरेजा ने 5 जरूरी विटामिन व मिनरल्स के बारे में बताया है, जिन्हें बी12 और डी की तरह ही बिल्कुल कम नहीं होने देना चाहिए।
विटामिन-मिनरल कम होने के 5 आम लक्षण
जब बाल गिरने के बाद वापिस नहीं आते तो उसे हेयर लॉस कहा जाता है। अगर आप इसके साथ पतले बाल और नाखूनों की कमजोरी से परेशान हैं तो यह बायोटीन की कमी हो सकती है। इसे विटामिन बी7 भी कहा जाता है।
शरीर का ढांचा मुख्य रूप से दो चीजों से मिलकर बना है, जिनमें हड्डियां और मसल्स आती हैं। इन्हें से हमें ताकत, स्थिरता और मजबूती मिलती है। मगर विटामिन डी की कमी से हड्डियां, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
इम्यून सिस्टम सभी वायरस और बैक्टीरिया से बचाता है। लेकिन जब यह कमजोर हो जाता है तो आप बार-बार बीमार पड़ने लगते हैं। इन इंफेक्शन के सबसे आम लक्षण खांसी-जुकाम और बुखार हैं। यह दिक्कत विटामिन सी की कमी से होती है।
सफेद बाल आने को बाल पकना कहते हैं, जो कि बुढ़ापे की निशानी है। मगर आजकल लोगों को 20 या 30 साल में ही सफेद बाल आने लगते हैं। जो कि विटामिन बी6, बी12, सेलेनियम और जिंक की कमी बताता है।