मिर्जापुर: भारत के इतिहास में असंख्य राजा और महराजा का नाम दर्ज है. ऐसे में कई राजा अपने अजीबोगरीब शौक को लेकर मशहूर रहे हैं. हालांकि, भारत में राजशाही खत्म हुए अरसा हो गया है. लेकिन आज हम आपको उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जनपद के एक व्यक्ति के ऐसे राजसी ठाठ बाट की कहानी बताने जा रहें हैं जिसको जानकर आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे. इस युवक को राजा बनने का ऐसा नशा चढ़ा कि अपने पुस्तैनी घर को किले में तब्दील कर दिया. जिसके बाद एक दो नही बल्कि 14 तल का मकान बना दिया, वो भी बिना मानक के.

जब इतनी ऊंची बिल्डिंग बनाने की शिकायत अगल बगल के लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से की तब प्रशासन के दखलंदाजी के बाद मकान का निर्माण कार्य रुक पाया. बता दें, मिर्जापुर जिले के जमालपुर विकास खंड के श्रुतिहार गांव के रहने वाले सियाराम पटेल को राजाओं की तरह चर्चित होने का शौक चढ़ गया. ग्रामीणों के मुताबिक चर्चित होने का शौक चढ़ने के बाद सियाराम पटेल ने अपने पुस्तैनी मकान को हवेली की तरह बनवाया शुरू किया. एक के बाद एक करके सियाराम पटेल ने 14 तल का मकान बना दिया.

सियाराम पटेल ने एक दो नही बल्कि चार शादी की, उन्हें अभी कुल 6 बच्चे है. फिलहाल में घर पर ताला लटका हुआ है. तीसरी शादी से हुई बेटी को भरण पोषण भत्ता नही देने पर एसडीएम के आदेश के बाद भवन को सील किया गया है. सियाराम पटेल अब गांव छोड़कर सोनभद्र जनपद में जाकर रह रहे है.

बिना मानक को पूरा किये हुए गांव में बना 14 तल का मकान की वजह से अगल बगल के लोग हमेशा दहशत में रहते हैं. पड़ोसी रामेश्वर गोंड ने बताया कि सियाराम पटेल औषधि का काम करते हैं, इनको शौक था कि राजाओं की तरह हमें भी लोग जाने. इन्होंने पहचान बनाने के लिए 14 तल का बिल्डिंग तैयार किया है. सियाराम पटेल ने उस समय बताया था कि उन्हें आश्रम से घर बनाने में सहयोग मिल रहा है. इन्होंने यहां पर चार शादी की थी.

आंधी या तूफान आने पर हम लोग काफी सदमे में रहते है. आस पास के लोग घर छोड़कर दूर चले जाते है. कुछ लोगों ने दहशत की वजह से बिल्डिंग के पास से काफी दूर जाकर घर बनवाकर रह रहे है. सियाराम और ऊंची बिल्डिंग बना रहे थे, लेकिन शिकायत के बाद प्रशासन ने काम रुकवा दिया. संतोष कुमार ने बताया कि घरेलू मिस्त्री के द्वारा इस पूरे घर को बनाया गया है, जिसकी नींव भी कमजोर है. यही वजह है कि हम लोग आंधी तूफान में घर छोड़कर दूर चले जाते है.

सियाराम पटेल के परिवार की मुन्नी देवी ने बताया कि इतना ऊंचा घर बनवा दिए हैं कि आंधी-पानी आने पर हम लोग छोटे छोटे बच्चों को लेकर घर से दूर भागते हैं. कभी-कभी रात भर घर से दूर सड़क इत्यादि जगहों पर व्यतीत करना पड़ता है. हम लोगों के ऊपर हमेशा खतरा बना है. 14 फ्लोर के मकान के बनने से हमारे भी मकान में दरार आ गई है. क्या करें हम लोग समझ में नहीं आता है.

हमारी सरकार से विनती है कि हम लोगों को सहारा प्रदान करें. वहीं, गांव के रहने वाले संतोष कुमार ने बताया कि जनपद ही नही बल्कि आस-पास के जिलों में इस तरह की गांव में बिल्डिंग नहीं है. सड़क से जाते वक्त बिल्डिंग देखने में कई बार हादसा भी हो चुका है. कई लोग चोटिल भी हो चुके है. गांव में बनी बिल्डिंग लोगों के बीच में कौतूहल का विषय है. जिसे देखने के लिए दूर दूर से लोग आते है.