पृथ्वी शनिवार को सूर्य और शनि के बीच पहुंचेगी। इस तरह शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में रहेंगे। इस समय शनि पृथ्वी के सबसे करीब होगा, जिससे यह अपेक्षाकृत अधिक चमकीला महसूस होगा। सौरमंडल में लगभग एक साल में एक बार होने वाली यह खगोहीय घटना रविवार को हो रही है। 27 अगस्त को शनि पृथ्वी के सबसे पास पहुंचेगा। परिक्रमा करते हुए पृथ्वी रविवार को सूर्य और शनि के बीच पहुंचेगी। अगर आपके पास टेलिस्कोप है तो आप शनि को चमकते रिंग के साथ देख सकते हैं।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि पृथ्वी आज सूर्य और शनि के बीच पहुंचेगी। शनि, पृथ्वी और सूर्य तीनों एक सीधी रेखा में होंगे। शनि पृथ्वी के सबसे समीप होगा, जिससे यह अपेक्षाकृत अधिक चमकीला महसूस होगा। सारिका ने बताया कि भारतीय समय के अनुसार यह घटना रविवार दोपहरएक बजकर 50 मिनट पर होगी। लेकिन इसे सूर्यास्त के बाद पूर्व दिशा में देखा जा सकेगा। शनि रातभर आकाश में भ्रमण करता दिखेगा और सुबह-सवेरे सूर्यादय के पहले पश्चिम में अस्त होगा। अगर आपके पास टेलिस्कोप है और बादल बाधा नहीं बनते हैं तो इसे रिंग के साथ चमकता देख सकते हैं। बिना टेलिस्कोप यह एक मध्यम तारे जैसा दिखेगा तथा इसके रिंग खाली आंखों से नहीं देखे जा सकेंगे।
सारिका घारू ने बताया कि इस पोजिशन में भी पृथ्वी से शनि की दूरी लगभग 131 करोड़ और नौ लाख किमी होगी। शनि से प्रकाश को आप तक पहुंचने में लगभग 73 मिनट लगते हैं। इसका रिंग 8.2 डिग्री के कोण पर जुखा दिखेगा। शनि और सूर्य की दूरी पृथ्वी के मुकाबले लगभग साढ़े नौ गुना अधिक है। इस वजह से शनि के अपोजिशन की इस घटना में कोई चमत्कारिक अंतर नहीं आता। लगभग एक साल में एक बार होने वाली खगोलीय घटना अगले साल 8 सितंबर को देखने को मिलेगी।