रायबरेली. केंद्र और प्रदेश सरकार के द्वारा ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जा रही हैं. इसका उद्देश्य आधी आबादी को आत्मनिर्भर बनाना था जिससे वो अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें. इन महिलाओं को सरकार स्वयं सहायता समूह से जोड़कर स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर रही है. इसी कड़ी में सरकार के द्वारा स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की आय बढ़ाने वाली ‘राष्ट्रीय लखपति दीदी योजना’ शुरू की गई है, जिसके तहत इन महिलाओं को जोड़ कर इनकी आय को हजारों से बढ़ा कर लाखों में पहुंचाने की तैयारी है.
समूह में जुड़ी महिलाओं को उनकी योग्यता के अनुसार कार्य निर्धारित है, जैसे बिजली सखी, मनरेगा मेट, बीसी सखी, बैंक सखी आदि, और रायबरेली जनपद में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत 988 ग्राम पंचायतों में 70 हजार महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जिन्हें लखपति दीदी ऐप के माध्यम से इस योजना के अंतर्गत जोड़ कर उनकी आय को लाखों में पहुंचाने के कार्य किया जा रहा है.
आत्मनिर्भर बनने के साथ ही, इन महिलाएं लघु उद्योगों से जुड़ेंगी, और जिला मिशन प्रबंधक रायबरेली शैलेश तिवारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को लखपति दीदी ऐप के माध्यम से जोड़ा जाएगा और उन्हें उद्यम शुरू करने का मौका मिलेगा. साथ ही कार्य और क्षेत्र में मांग के अनुसार संबंधित उद्यम स्थापित करने के लिए बैंक से आर्थिक मदद भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसके अलावा, उन्होंने बताया कि जनपद में अब तक 6,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह हैं, जिनमें करीब 70 हजार महिलाएं जुड़ी हुई हैं और लखपति दीदी योजना का उद्देश्य महिलाओं की आर्थिक रूप से मजबूत करना है.
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