लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय सेवाओं में जाट आरक्षण का मुद्दा उठाकर वेस्ट यूपी की राजनीति को गरमाने की तैयारी है। इसके लिए अखिल भारतीय जाट महासभा आज मेरठ में बड़ा सम्मेलन आयोजित किया। अखिल भारतीय जाट महासभा की ओर से आज कंकरखेड़ा के शगुन फार्म हाउस में प्रांतीय सम्मेलन किया जा रहा है। इसमें जाट समाज के दिग्गज केंद्र में आरक्षण दिलाने की रणनीति तैयार कर रहे हैं।

मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक को भी शामिल होना था लेकिन वह नहीं आ सके। उनके अलावा भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के साथ बालियान खाप, मलिक खाप के चौधरी व समाज के बड़े लोग शामिल होने पहुंचे हैं। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

बताया कि कार्यक्रम में जाट समाज को आरक्षण न दिए जाने पर आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की जाएगी। जाट समाज अपनी ताकत दिखाएगा। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी ने कहा कि भाजपा जाट समाज की मांगों की अनदेखी कर रही है, जिसका खामियाजा उसे आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी सम्मेलन की तैयारी में जुटे रहे। सम्मेलन में पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों से जाट समाज के लोग रविवार सुबह से ही जुटना शुरू हो गए।

रालोद के वरिष्ठ नेताओं ने सम्मेलन को समर्थन दिया है। रालोद नेता डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा कि चौधरी अजित सिंह के प्रयासों से जाट समाज को केंद्र में आरक्षण मिला था। इसे साजिश के तहत खत्म कराया गया। सुनील रोहटा ने कहा कि आज समाज के युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण अत्यधिक आवश्यक है।

प्रांतीय सम्मेलन में राष्ट्रीय जाट महासंघ भी शामिल हो रहा है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित जाखड़ ने कहा कि जाट समाज की नस्ल को सशक्त करने के लिए आरक्षण की महत्वपूर्ण मांग का समर्थन किया जा रहा है। राष्ट्रीय जाट महासंघ जाट आरक्षण की लड़ाई में अपनी अग्रणी भूमिका और सहभागिता देगा।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की राजनीति का प्रमुख आधार माना जाने वाला जाट समुदाय मेरठ की क्रांति भूमि से राजनीति की दशा और दिशा तय करने जा रहा है। एक अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद में राजनीति, कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, रोजगार, सृजन व गौरवशाली जाट इतिहास को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य को लेकर चर्चा होगी।

इसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड सहित गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, मध्यप्रदेश व पश्चिम बंगाल आदि सभी राज्यों में निवास कर रहे जाट समाज के प्रतिनिधियों के साथ देश व दुनिया भर से जाट समाज के लोग इस अधिवेशन का हिस्सा बनेंगे।

ठीक एक सप्ताह पहले मेरठ में ही आयोजित किए जा रहे जाट आरक्षण सम्मेलन ने नई सियासी पिच तैयार करनी शुरू कर दी है। अखिल भारतीय जाट महासभा के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व विधायक प्रताप चौधरी के नेतृत्व में जाट समाज के लोग गांव-गांव जाकर जनसंपर्क किया। गांव दबुथवा, पथौली, सरूरपुर, मीरपुर, भदौड़ा, रोहटा आदि गांव के लोग भी जाट आरक्षण सम्मेलन में शामिल होंगे।