मेरठ। मेरठ का साजिद अपहरण कांड एक बार फिर उलझ गया है। मथुरा में सिर कटी लाश के डीएनए सैंपल का साजिद के परिजनों से मिलान कराने की तैयारी थी, लेकिन खुलासा हुआ कि मथुरा पुलिस ने डीएनए सैंपल ही सुरक्षित नहीं कराया। मथुरा में इसकी जांच भी शुरू हो गई है। मेरठ एडीजी ने एसएसपी से रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद कार्रवाई तेज की गई। मथुरा पुलिस से कई बार पत्राचार किया गया, लेकिन नतीजा सिफर रहा। अब मथुरा पुलिस ने पत्राचार का जवाब दिया है कि सिर कटी लाश मिली थी, उसका डीएनए सैंपल नहीं है।
मेरठ में समर गार्डर निवासी साजिद पुत्र राशिद का 7 मार्च 2022 को अपहरण किया गया था। एक वीडियो सामने आई थी, जिसमें कार सवार साजिद को उठाकर ले गए थे। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को मिली थी।
राशिद की तहरीर पर लिसाड़ी गेट थाने में 22 मार्च 2022 को अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था और चमन कॉलोनी निवासी तीन भाइयों शाहरुख, रिजवान और आदिल समेत कुछ अन्य को आरोपी बनाया गया। शाइन सिटी सीएमडी के करीबी से पूछताछ शुरू, राशिद नसीम की बेनामी संपत्तियों का खुलेगा राज
मथुरा के माट थानाक्षेत्र में नहर से एक सिर कटी हुई लाश 1 जून 2022 को बरामद हुई थी। इसका मुकदमा अपराध संख्या 108/2022 माट थाने में दर्ज कराया था। साजिद की तलाश में परिजन मथुरा पहुंचे और सिर कटी लाश बरामद हुई थी, उसके कपड़े और माल मुकदमाती पुलिस ने साजिद के परिजनों व पत्नी रेशमा को दिखाए। रेशमा ने कपड़ों की पहचान साजिद के कपड़ों के रूप में की थी। इसके बाद लिसाड़ी गेट थाने के दरोगा अजय शुक्ला भी माट थाने पहुंचे और छानबीन की थी।
दरोगा अजय शुक्ला ने मेरठ एसएसपी को पत्र भेजकर साजिद के परिजनों का डीएनए सैंपल मथुरा में मिली लाश के डीएनए से मिलान कराने की मांग की थी। मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने एसएसपी मथुरा को पत्र भेजा था।
मेरठ पुलिस ने 18 जून, 27 जुलाई और 7 अगस्त 2023 को विशेष पत्रवाहक को पत्र लेकर मथुरा भेजा। अब मथुरा पुलिस का जवाब आया है सिर कटी लाश का डीएनए सैंपल सुरक्षित नहीं कराया था। मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने कार्रवाई की जिम्मेदारी एसपी सिटी मेरठ को दी है।
एसएसपी, मेरठ, रोहित सिंह सजवाण ने कहा कि साजिद अपहरण कांड की जांच की जा रही है। मथुरा पुलिस से पत्राचार किया था और बरामद लाश से डीएनए मिलान की कोशिश थी। अब मथुरा पुलिस की ओर से बताया गया है लाश का डीएनए सैंपल सुरक्षित नहीं किया गया था। प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि अपह्त का सुराग लग सके।