लखनऊ। सपा से निष्कासित किए गए विधायक सुभाष पासी ने मंगलवार को भाजपा की सदस्यता ले ली। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इसके पहले सुभाष पासी को पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देते हुए सपा से निष्कासित कर दिया गया।
सुभाष पासी गाजीपुर जिले की सैदपुर विधानसभा सीट से सपा के विधायक थे। वह जिले के देवकली ब्लाक के डिहिया गांव के रहने वाले हैं। वह 2017 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और भाजपा प्रत्याशी विद्यासागर सोनकर को हराया था।
उनका भाजपा में स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा का सफाया होना तय है। भाजपा एक बार फिर प्रचंड बहुमत से प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने जा रही है। प्रदेश की जनता विकास चाहती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता सिर्फ एक परिवार का नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का विकास चाहती है। साढ़े चार साल के भाजपा शासन में प्रदेश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में कानून का राज है। माफिया प्रदेश छोड़कर भाग रहे हैं।
इसके पहले सोमवार को उन्होंने कहा था कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि भाजपा राम के विचार पर चलने वाली पार्टी है। उनके जीवन में त्याग और तपस्या, भाईचारा का जो जीवन रहा है उसी से रामराज्य की स्थापना हुई है। आज भले ही हम उनके जैसी तपस्या न कर पाएं पर हमारे पास मोदी और योगी जैसा नेतृत्व उसी राष्ट्रवाद को स्थापित करने में आगे बढ़ रहा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में भाजपा की प्राथमिकता गांव, गरीब, किसान, महिला सुरक्षा और विकास ही रहेगा।
उन्होंने धारा 370 की समाप्ति और राम मंदिर निर्माण को ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। भाजपा के जीतने से राष्ट्रवाद मजबूत होगा, जबकि विपक्ष के जीतने पर राष्ट्रवाद कमजोर होने के साथ वंशवाद, भ्रष्टाचार, परिवारवाद को बढ़ावा मिलेगा।