जयंत चौधरी की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात और फिर उन्हीं के विमान से दिल्ली जाने की खबर के बाद रालोद के कांग्रेस के साथ गठबंधन के भी कयास लगाए जा रहे थे। हालांकि, रालोद ने इसका खंडन भी किया था। अखिलेश यादव ने पहले ही बयान दे दिया था कि रालोद से गठबंधन तय है सीटों का एलान जल्द किया जाएगा।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रालोद की प्रभावी उपस्थिति मानी जाती है। वहीं, किसान आंदोलन के कारण सपा-रालोद के यहां बड़ी संख्या में सीटें जीतने की संभावना जताई जा रही है।
अखिलेश यादव ने 27 अक्तूबर को मऊ में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से गठबंधन की घोषणा की थी। इस दौरान अखिलेश यादव व सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर यहां जनसभा को भी संबोधित किया था।
इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर भी निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने योगी सरकार को कानून व्यवस्था, कोरोना के दौरान कुप्रबंधन, रोजगार व महंगाई के मुद्दे को लेकर घेरा था। अखिलेश ने वादा किया था कि सपा की सरकार बनने पर युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। भाजपा सरकार में जवान और किसान सभी परेशान हैं।