कृषि विवि में मुख्यमंत्री लगभग डेढ़ घंटे रहेंगे और पैरालंपिक खिलाड़ियों को सम्मानित करेंगे। लखनऊ से राजकीय विमान से मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे हिंडन एयरपोर्ट पहुंचेंगे और यहां से हेलीकॉप्टर में 11:20 बजे कृषि विवि आएंगे। 11:30 बजे समारोह स्थल पहुंचेंगे। एक बजे समारोह स्थल से निकलकर वह हेलीपेड पर जाएंगे और गाजियाबाद के लिए रवाना होंगे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया। सांसद राजेंद्र अग्रवाल और जिलाध्यक्ष विमल शर्मा ने समारोह स्थल का दौरा किया।
250 बसें मांगी, परिवहन अधिकारियों को आया पसीना
भाजपा नेताओं ने परिवहन विभाग से 250 बसों की मांग की है। परिवहन विभाग के अधिकारी दो दिन से बसों की व्यवस्था में जुटे हैं। पीटीओ सुधीर सिंह ने बताया कि मंगलवार को आधी बसों का इंतजाम हो गया। बुधवार दोपहर तक बाकी बसों का भी इंतजाम करके दे दिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें रहेंगी तैनात
खिलाड़ियों के आश्रय स्थलों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहेंगी। एक-एक एंबुलेंस भी होगी। एक टीम में तीन चिकित्सीय स्टाफ रहेगा। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर दो टीमें और दो एंबुलेंस रहेंगी। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि जहां खिलाड़ी रुक रहे हैं, वहां फॉगिंग और एंटी लार्वा स्प्रे भी कराया जाएगा।
खेल विवि और कांवड़ नहर पटरी का अभी नहीं होगा लोकार्पण
कृषि विश्वविद्यालय में होने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम में विभागों के कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण नहीं किया जाएगा। कयास लगाए जा रहे थे कि खेल विश्वविद्यालय, कांवड़ नहर पटरी का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री कर सकते हैं। लेकिन, लोक निर्माण विभाग की ओर से ऐसी कोई तैयारी नहीं की गई है। इसके अलावा एमडीए ने अपने तीन कार्यों के लोकार्पण की सूची तैयार की है। इसमें शताब्दीनगर में 14 करोड़ 30 लाख रुपये की लागत से 384 पीएम आवास, लोहियानगर में चार करोड़ 49 लाख रुपये की लागत से 128 पीएम आवास और मवाना रोड से किला रोड तक 45 मीटर चौड़ी महायोजना मार्ग का 20 करोड़ 58 लाख रुपये की लागत से निर्माण का लोकार्पण संभावित है। इस सूची को एमडीए ने तैयार किया है।
खौफनाक है वारदात
जाट समाज से एकजुट होने का आह्वान, रैली में पहुंचने की अपील
मुख्यमंत्री के समारोह के लिए मंगलवार को केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष मनिंदरपाल सिंह ने कंकरखेड़ा स्थित एक होटल में बैठक की। डॉ. बालियान ने कहा कि भाजपा सरकार ने जाट समाज को पूरा सम्मान दिया है। कुछ लोग कृषि कानून के नाम पर सियासत कर जाट समाज को बिखेरना चाहते हैं। कृषि कानून किसान हित में हैं। इसके बाद केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बारे में समाज के लोगों को जानकारी दी। उन्होंने समाज के लोगों से अधिक संख्या में पहुंचने की अपील की। उन्होंने कहा कि समाज के लोग सभी विधानसभाओं में भाजपा विधायक को जिताकर दोबारा प्रदेश में सरकार बनाने में सहयोग दें। बैठक में जिला अध्यक्ष विमल शर्मा, महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल, रमेश गौड़, हरीश चौधरी, समीर चौहान, मदन पाल सिंह, योगेंद्र कुसैड़ी आदि मौजूद रहे।
मेरठ में सीएम के आने से पहले दहशत फैलाने की साजिश
मेरठ में सिटी रेलवे स्टेशनों व धार्मिक स्थलों को बम से उड़ाने की धमकी मिलने पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 11 तारीख को मेरठ दौरे से पहले यह दहशत फैलाने की बड़ी साजिश है।
रेलवे स्टेशन उड़ाने की आतंकी धमकी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने देर रात तक गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल की और फिर मुख्यमंत्री के मेरठ के कार्यक्रम में सुरक्षा बढ़ाने की संकेत दे दिये। रात में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के बीच मंथन चला। आतंकी धमकी के बाद मुख्यमंत्री की सुरक्षा में अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाने को लेकर सहमति बनना बताया गया है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा मद्देनजर काफी फोर्स लगाया है। क्यूआरटी व रिजर्व में भी फोर्स पुलिस लाइन में रहेगा। सुरक्षा संबंधित एडीजी, कमिश्नर, आईजी, डीएम व एसएसपी बारीकी से जानकारी जुटा रहे है। कहां कितना फोर्स लगना है, इसको लेकर भी चर्चा हुई। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर कड़े इंतजाम किए गए हैं। चार कंपनी पीएसी और तीन कंपनी आरएएफ समेत तीन हजार पुलिसकर्मी लगाए गए हैं।
शरारती तत्वों पर भी नजर
पुलिस ने बताया है कि आतंकी धमकी के बाद शरारती तत्वों पर भी पुलिस की नजर रहेगी। मुख्यमंत्ी के दौरे से पहले धमकी भरे पत्र के भेजने के पीछे गहरी साजिश हो सकती है। हालांकि, पुलिस व प्रशासन के अधिकारी इस मामले को गंभीरता से ले रहे है। कई डाकखाने पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखने की बात पुलिस कह रही है।
तीन बार आए चुके धमकी भरी चिठ्ठी
रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी तीन बार पहले भी आ चुकी है। मंगलवार को धमकी भरी चिठ्ठी आने पर सुरक्षा एजेंसियों ने पुराना रिकॉर्ड खंगाला है। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि पहले तीन बार मिली धमकी भरी चिठ्ठी में इसी अंदाज में लिखी गई है। खासतौर पर 15 अगस्त व 26 जनवरी से पहले इस तरह की गतिविधियां होने लगती है।