मेरठ। गंगानगर में अम्हेड़ा रोड कसेरूबक्सर में तेरहवीं की रस्म में शामिल होने गए प्रॉपर्टी डीलर 45 वर्षीय प्रताप सिंह बैंसला पर एक युवक ने रॉड से ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे वह जमीन पर गिर गए। आरोपी घटना को अंजाम देकर प्राइवेट बस में सवार होकर मवाना की ओर फरार हो गया। वहीं, गंभीर हालत में घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रताप सिंह के परिजनों ने अज्ञात में तहरीर दी है। घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है।
गंगानगर थाना क्षेत्र के कसेरूबक्सर निवासी प्रताप सिंह बैंसला किसान और प्रॉपर्टी डीलर हैं। उनके पिता के नाम से कसेरूबक्सर में तेजपाल मार्केट भी है। रविवार दोपहर प्रताप सिंह धीर सिंह के यहां तेरहवीं रस्म में शामिल होने गए थे। इसके बाद स्कूटी पर घर के लिए चले थे। टेंट से 20 कदम की दूरी पर ही एक युवक ने प्रताप के सिर पर रॉड से कई वार कर दिए। इससे वह स्कूटी से नीचे गिर गए, आसपास के लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले ही आरोपी चला गया। बाद में आरोपी युवक कुछ कदम की दूरी पर स्थित बक्सर चौराहे से मवाना की ओर जा रही प्राइवेट बस में सवार होकर फरार हो गया।
इस बीच, आसपास के लोगों ने परिचितों की मदद से प्रताप सिंह को डिवाइडर रोड स्थित दिव्य ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया। उन्हें आईसीयू में रखा गया है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, प्रताप के चेहरे की हड्डी टूट गई है। वहीं, घटना का पता चलने पर अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। गंगानगर पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ की। सीओ सदर देहात नवीना शुक्ला के मुताबिक, परिजनों ने तहरीर दी है। वीडियो के आधार पर आरोपी की पहचान की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शाम को महापौर हरिकांत अहलूवालिया अस्पताल में पहुंचे। यहां उन्होंने आईसीयू में भर्ती घायल प्रताप सिंह से मुलाकात की और उनका हाल जाना। उन्होंने घटना के बारे में भी परिजनों से बातचीत की। घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी में आरोपी युवक के वहां आने से लेकर हमला करने व बस में बैठकर फरार होने की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। सीसीटीवी फुटेज कुछ लोगों के पास आ गई। पुलिस ने लोगों से वीडियो वायरल करने से रोकने का प्रयास भी किया।
घटना को अंजाम देकर आरोपी जिस हरे रंग की बस में फरार हुआ, परिजन उसकी भूमिका संदिग्ध मान रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब आरोपी मुख्य सड़क पर पहुंचा तो वहां बस तुरंत आ गई। लोगों का दावा है कि बस पूरी तरह खाली थी। आरोपी के बैठने के बाद बस तेजी के साथ मवाना की ओर चली गई। जानकारी के अनुसार बस दोपहर 1:30 बजे मेरठ से मवाना की ओर खाली गई। करीब एक सवा घंटे बाद ही बिना सवारी के मेरठ की ओर वापस आई। इसके चलते बस चालक और परिचालक की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।