मंगलवार को एसपी डॉ. धर्मवीर सिंह ने प्रेसवार्ता कर हत्यारों के पकड़े जाने का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि स्वाट टीम और शहर कोतवाली पुलिस ने विक्रांत पुत्र राजवीर निवासी गांव खलीलपुर अमरु छजलैट, अंकुर उर्फ बिट्टू पुत्र जोगराज निवासी महलकपुर, कपिल उर्फ छोटू पुत्र तेजपाल सिंह महलकपुर मुरादाबाद को गिरफ्तार किया है। अंकुर और कपिल पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। तीनों आरोपियों के पास से तीन तमंचे, चार जिंदा कारतूस, दो खोखा कारतूस और एक बिना नंबर की बाइक बरामद की गई है। पुलिस की पकड़ में आए तीनों आरोपी अब प्रवक्ता प्रिया शर्मा के जीजा ब्रजेश कौशिक को मारने के लिए जा रहे थे। अभी कमल शर्मा, गोपाल शर्मा, गोलू शूटर, वर्षा सास, ननद डोली की गिरफ्तारी होना बाकी है।
रेकी कर दिया था हत्या को अंजाम
29 अक्तूबर को शहर की साकेत कॉलोनी में आरबीडी कॉलेज की प्रवक्ता प्रिया शर्मा की उस वक्त हत्या कर दी गई थी, जब वह सुबह पैदल ही कॉलेज जा रही थी। शूटर गोलू, राजू कश्यप और गोलू ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने राजू कश्यप पुत्र चंद्रपाल निवासी खदाना मुरादाबाद को पहले ही मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी डेढ़ महीना पहले से प्रवक्ता को मारने के लिए रेकी कर रहे थे।
सास और ननद ने भी कराई थी पहचान
प्रवक्ता के पति कमल शर्मा ने अपनी मां वर्षा और बहन डोली के साथ मिलकर प्रिया शर्मा की हत्या कराने की योजना बनाई थी। कमल शर्मा के तहेरे भाई गोपाल शर्मा निवासी गांव भटावली ने अपने साथ ट्रांसफार्मर फैक्टरी में काम करने वाले विक्रांत योजना बताई। विक्रांत ने अंकुर के जरिये छोटू और शूटर गोलू से कमल शर्मा को मिलवाया। शूटरों को प्रिया शर्मा का चेहरा और घर दिखाने के लिए उसकी सास और ननद भी बिजनौर आई थी। 12 लाख रुपये में सौदा किया था, जिसमें प्रिया शर्मा की बड़ी बहन संगीता और जीजा ब्रजेश कौशिक को भी मारने की योजना थी। साढ़े पांच लाख रुपये दे दिए गए थे। बाकी रकम प्रिया की बड़ी बहन और जीजा को मारने के बाद दी जानी थी।
टीम में ये रहे शामिल
प्रेस वार्ता के दौरान एएसपी सिटी डॉ. प्रवीण रंजन सिंह, सीओ सिटी कुलदीप गुप्ता भी मौजूद रहे। वहीं आरोपियों को पकड़ने में प्रभारी निरीक्षक राधेश्याम, स्वाट प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार, एसआई जर्रार हुसैन का योगदान रहा।