वाराणसी।   सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील श्री काशी विश्वनाथ धाम से चंद कदम की दूरी पर मीर घाट निवासी दशाश्वमेध थाने के हिस्ट्रीशीटर और सपा नेता के घर असलहे और धारदार हथियारों से लैस होकर 18 से 20 लोगों ने हमला बोला। मोटर बोट से आए हमलावरों की तकरीबन आठ राउंड फायरिंग और धारदार हथियार से किए गए वार में छह वर्ष का एक बच्चा सहित छह लोग घायल हुए हैं। वारदात की वजह पुरानी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई बताई जा रही है।

घटनास्थल पर एहतियातन पुलिस और पीएसी तैनात की गई है। मीर घाट निवासी विजय यादव उर्फ विज्जू ने बताया कि उससे गुंडा टैक्स की मांग की जा रही थी। गुंडा टैक्स न देने पर रविवार की दोपहर लगभग एक बजे रामघाट का गोविंद यादव, सूजाबाद पड़ाव का साहिल यादव, मच्छोदरी में रहने वाला पूर्व पार्षद अंकित यादव, शीतला गली निवासी सगे भाई शिवम शर्मा व शोभित शर्मा और 12 अज्ञात लोग असलहे और धारदार हथियार से लैस होकर उसके घर में घुसे।

फायरिंग में परिवार के छह वर्षीय बच्चे निर्भय यादव की दायीं जांघ में गोली लगी है। किरन यादव व दिनेश यादव के पैर में गोली लगी है और उसकी पत्नी रंजनी यादव के सिर में चोट लगी है। धारदार हथियार से किए गए हमले में परिवार के उमेश यादव और शुभम उर्फ गोलू यादव भी घायल हुए हैं। घायलों का उपचार बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में कराया जा रहा है।

घटना की सूचना पाकर संयुक्त पुलिस आयुक्त के साथ ही कमिश्नरेट के काशी जोन के अन्य आला अफसर मौके पर पहुंचे। संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. के एजिलरसन ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर प्रभावी कार्रवाई का निर्देश दिया। इस संबंध में डीसीपी काशी जोन प्रमोद कुमार ने बताया कि तहरीर के आधार पर हत्या का प्रयास, बलवा सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दशाश्वमेध थानाध्यक्ष को दिया गया है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर मोटरबोट से आए थे। हमले के बाद सभी गंगा घाटों की ओर से पैदल भागे हैं। भागने के दौरान गोविंद यादव पिस्टल, कारतूस और एक मैगजीन के साथ पकड़ा गया। स्थानीय लोगों ने उसे पीटकर दशाश्वमेध थाने की पुलिस को सौंप दिया। गोविंद को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोविंद के भाई कल्लू यादव को दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया है।

मीर घाट स्थित घटनास्थल श्री काशी विश्वनाथ धाम से चंद कदम की दूरी पर है। पूरे इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवानों के तैनात रहने के साथ ही स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) के कर्मी भी भ्रमण करते रहते हैं। सुरक्षा के दृष्टिकोण से अति संवेदनशील क्षेत्र में दुस्साहसिक तरीके से की गई फायरिंग और हमले ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। वहीं, फायरिंग और हमले के बाद बदमाशों की भगदड़ से विश्वनाथ धाम आने-जाने वाले श्रद्धालुओं में भी भय का माहौल व्याप्त हो गया था।

विजय यादव के घर पर फायरिंग और हमले की घटना के बाद सोशल मीडिया में तीन-चार दिन पुराना सीसी फुटेज और कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हुई। कॉल रिकॉर्डिंग और सीसी फुटेज के माध्यम से यह सामने आया कि विजय यादव के एक बेटे ने अपने साथियों के साथ सूजाबाद पड़ाव निवासी साहिल के घर जाकर अभद्रता की थी। इसके बाद साहिल ने पुलिस को तहरीर दी थी। कार्रवाई नहीं हुई तो उसने अपने दोस्तों के साथ विजय के घर में घुसकर हमला किया। उधर, विजय यादव का पुलिस अफसरों से कहना था कि हमला करने वाले मनबढ़ों के संबंध में पहले भी पुलिस से शिकायत की गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।

विजय यादव ने बताया कि उसका बेटा दर्शनार्थियों को काशी के मंदिरों में दर्शन-पूजन कराकर अपनी आजीविका चलाता है। उसके साथ गत 26 जून को मारपीट की गई। पुलिस से शिकायत करने पर विश्वनाथ मंदिर परिसर में 28 जून को सुमित के साथ मारपीट की गई। इसके बाद भी कार्रवाई न होने पर हमलावरों का हौसला बुलंद हुआ और उन्होंने घर में घुसकर हमला किया।

विजय यादव के घर में हुए हमले की जानकारी पाकर सपा जिलाध्यक्ष सुजीत यादव उर्फ लक्कड़ पहलवान बीएचयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। सुजीत ने घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल पूछा। सुजीत ने बताया कि पुलिस आयुक्त को फोन कर आरोपियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की मांग की गई है। इसके साथ ही विजय यादव और उनके परिवार की सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने के लिए कहा गया है।