मुरादाबाद। मुरादाबाद के मझोला क्षेत्र के मानसरोवर कॉलोनी निवासी सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर वीर सिंह (65) की गला दबाकर हत्या कर दी गई। हत्यारों ने शव मैनाठेर क्षेत्र में गागन तिराहे के पास चंदौसी रोड के किनारे फेंक दिया। शुक्रवार देर रात सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने जांच पड़ताल की। कुछ ही दूरी पर उनकी बाइक खड़ी मिली।
मूलरूप से अमरोहा के बागड़पुर निवासी वीर सिंह परिवार के साथ मानसरोवर कॉलोनी कृष्णा नगर में रहते थे। परिवार में उनकी पत्नी, एक बेटी मानसी और एक बेटा हर्षित है। वीर सिंह पांच साल पहले प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक से सीनियर मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बेटे और बेटी की शादी हो चुकी है। बेटी मानसी अधिवक्ता हैं और वह नोएडा में रहती हैं, जबकि बेटा निजी कंपनी में कार्यरत है।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब आठ बजे किसी का फोन आने पर वीर सिंह बाइक से घर से निकले थे। इसके बाद घर नहीं लौटे। शुक्रवार देर रात मैनाठेर थाने की पुलिस को सूचना मिली कि चंदौसी रोड पर गागन तिराहा स्थित एमएच फैक्टरी के पास एक शव पड़ा है।
पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। मृतक की पहचान वीर सिंह के रूप में हुई। इसकी जानकारी मिलने पर परिजन और रिश्तेदार भी मौके पर पहुंच गए। एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने बताया कि पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। हत्याकांड के खुलासे के लिए तीन टीमें लगा दी गई हैं। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर वीर सिंह की हत्या का रोज उनके ही मोबाइल में छिपा है। पुलिस उनके मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवा रही है, जिससे साफ हो जाएगा कि वह किसके कॉल करने पर घर से तेजी से निकले थे। पुलिस और एसओजी ने इस पर काम शुरू कर दिया है।
मानसरोवर कॉलोनी के कृष्णा नगर निवासी वीर सिंह शुक्रवार शाम घर में बैठे थे। उनकी पत्नी खाना बना रही थीं। रात करीब आठ बजे उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। उन्होंने कॉल रिसीव की और बातचीत की। इसके तुरंत बाद उन्होंने बाइक घर से निकाली और बिना हेलमेट के ही चले गए। वह अक्सर हेलमेट लगाकर ही घर से निकलते थे, शुक्रवार रात फोन आने के बाद वे इतनी जल्दी में थे कि हेलमेट भी नहीं लगाया।
उन्होंने पत्नी से कहा कि जल्द ही वापस आ रहा हूं। रात नौ बजे तक वीर सिंह घर नहीं लौटे। इसके बाद परिजनों को चिंता होने लगी। उनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे कोई संपर्क नहीं हो पाया। इसकी जानकारी मिलने पर बेटा और वीर सिंह के छोटे भाई हिंदू कॉलेज केप्रोफेसर डॉ. वीरेंद्र सिंह भी घर पहुंच गए। परिवार से पूरे मामले की जानकारी ली।
इसके बाद परिजन मझोला थाने पहुंचे और पुलिस को गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। देर रात करीब परिजनों को जानकारी मिली कि मैनाठेर क्षेत्र में एक शव पड़ा है। शव के पास ही एक मोबाइल क्षतिग्रस्त मिला। इसकी जानकारी मिलने पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक की पहचान वीर सिंह के रूप में की।
जानकारी मिलने पर एसपी देहात संदीप कुमार मीना ने पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद वह मानसरोवर कॉलोनी में वीर सिंह के घर पहुंच गए। यहां उन्होंने परिवार के लोगों से जानकारी जुटाई। पूछताछ में पता चला कि वीर सिंह किसी का फोन आने पर घर से निकले थे। एसपी देहात से बताया कि मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई जा रही है। जिससे पता चल पाएगा कि वह किसके कॉल पर वह गए थे।
एसपी देहात ने बताया कि जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर ने कई लोगों को ब्याज पर रकम बांट रखी थी। अब यह भी जानकारी जुटाई जा रही कि किन-किन लोगों को रकम बांटी थी। पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि हत्याकांड में कोई ऐसा व्यक्ति तो शामिल नहीं है, जिसने उनसे रकम ले रखी हो।
पुलिस टीम ने मानसरोवर कॉलोनी में कई भवनों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आठ बजे मानसरावेर कॉलोनी में एक अस्पताल के सामने से वीर सिंह गुजरते दिखे हैं। वह बाइक पर बिना हेलमेट के अकेले ही सवार हैं। यहां से वह दिल्ली रोड की ओर तेजी से बाइक से जाते दिखे।
पुलिस को आशंका है कि वीर सिंह की हत्या कहीं दूसरी जगह की गई है। यहां लाकर उनका शव फेंका गया है। वीर सिंह के दोनों हाथों पर रस्सी से बांधे जाने के निशान मिले हैं। जिससे माना जा रहा है कि उनके हाथों को बांधा गया है, लेकिन मौके पर कोई रस्सी नहीं मिली।