मेरठ: चुनाव करीब आते ही एक बार फिर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की मांग जोर पकड़ने लगी है। वकीलों ने गुरुवार को नोएडा एयरपोर्ट के शिलान्यास के दौरान पीएम मोदी के विरोध का फैसला टाल दिया है। इसकी जगह अब वेस्ट यूपी में न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया गया है। 

हाईकोर्ट बेंच स्थापना के मुद्दे पर केंद्रीय संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल को केंद्रीय कानून मंत्री किरण रिजिजू ने वार्ता के लिए आमंत्रित किया है। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह त्यागी और महामंत्री सचिन चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जेवर एयरपोर्ट के कार्यक्रम में अधिवक्ताओं ने विरोध की घोषणा की थी। इसके बाद ही वार्ता का मौका दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समिति के चेयरमैन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को 27 नवंबर की शाम पांच बजे मिलने का समय दिया गया है। 

हाईकोर्ट बेंच की मांग के लिए विधि मंत्री से मुलाकात करने वालों की सूची में संयोजक का नाम न होने पर चेयरमैन और संयोजक में मतभेद शुरू हो गए हैं।  केंद्रीय संघर्ष समिति के चेयरमैन महावीर सिंह त्यागी ने बुधवार को 5 सदस्य प्रतिनिधि मंडल की सूची जिलाधिकारी को सौंप दी, जिसमें समिति के संयोजक सचिन चौधरी का नाम शामिल नहीं था। सचिन चौधरी और समिति से जुड़े अन्य पदाधिकारियों ने इसका विरोध किया।

कहा कि सचिन चौधरी समिति के संयोजक हैं इसलिए मुलाकात के लिए उनका नाम होना जरूरी है। इसके बाद संयोजक की ओर से एक नई पांच सदस्यों की सूची जिलाधिकारी को सौंपी गई, जिसमें सचिन चौधरी का नाम शामिल किया गया है और मुजफ्फ रनगर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष का नाम लिस्ट में से हटाया गया। इस संबंध में चेयरमैन महावीर सिंह त्यागी का कहना है कि भले ही मुलाकात करने के लिए मैं नहीं जाऊं, लेकिन मुजफ्फ रनगर बार के अध्यक्ष अवश्य जाएंगे।

मेरठ बार एसोसिएशन चुनाव के लिए सुशील गुप्ता, शीशपाल और परवेज आलम उम्मीदवार घोषित
मेरठ बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर वैश्य, मुस्लिम, दलित सहित अन्य समाज से जुड़े अधिवक्ताओं की बैठक हुई। इसमें अध्यक्ष पद पर सुशील गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर शीशपाल, महामंत्री पद पर परवेज आलम को उम्मीदवार घोषित किया गया। बुधवार को चुनावी कार्यालय में यह बैठक हुई। इसमें इन उम्मीदवारों के नाम के प्रस्ताव रखे गए। दावा किया गया कि यह सर्वसमाज के अधिवक्ता पैनल से प्रत्याशी हैं। अन्य प्रत्याशियों की घोषणा भी जल्द की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता संयुक्त रूप से पूर्व अध्यक्ष सतीश चंद गुप्ता, धर्मसिंह सत्याल एवं अब्दुल जब्बार खान ने की। संचालन अधिवक्ता शेरजमां ने किया।