बरेली। बरेली में खून की सौदेबाजी का मामला सामने आया है। कुछ लोग मजदूरी पेशा लोगों को रुपयों का लालच देकर उनसे रक्तदान कराते थे। शुक्रवार शाम को एक युवक रक्तदान करने आईएमए ब्लड बैंक पहुंचा तो इसका खुलासा हुआ। चिकित्सकों ने छह लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। इनमें दो को हिरासत में लिया गया है। बाकी चार मजदूरों को छोड़ दिया गया है।
आईएमए ब्लड बैंक डायरेक्टर डॉ अंजू उप्पल के मुताबिक शुक्रवार शाम को एक व्यक्ति ब्लड बैंक पहुंचा था। उसका हीमोग्लोबिन कम होने की वजह से उसका रक्त लेने से इनकार कर दिया गया। उसे कोई परिजन साथ लाने के लिए कहा गया। वह आईएमए ब्लड बैंक के बाहर निकाला तो रास्ते में एक युवक ने उसे रक्त के बदले चार हजार रुपये देने की बात कही। कुछ देर बाद वह एक अन्य व्यक्ति को लेकर पहुंचा। पूछताछ में मामला संदिग्ध प्रतीत होने पर कड़ाई से पूछताछ की गई और उसे बगैर डोनर रक्तदाता देने का भरोसा दिया।
उसने कहा कि बाहर एक व्यक्ति है, जिससे सौदा हुआ था। फिर आईएमए के कुछ सदस्यों को उसे व्यक्ति के पीछे भेजा गया। जैसे ही वह व्यक्ति सौदागर से मिला तत्काल सदस्यों ने उसे धर दबोचा। उसके साथ पांच अन्य लोगों को भी पकड़ा। सभी को पकड़ कर आईएमए कार्यालय ले आए और यहां पर पूछताछ में पता चला कि वह बीसलपुर रोड स्थित लेबर चौक से मजदूरों को रक्त देने के बहाने बुलाता था और इसके बदले दो हजार रुपये भी देता था।
सच्चाई सामने आने के बाद आई में डायरेक्टर ने आईएमए अध्यक्ष व अन्य डॉक्टरों को भी फोन कर सूचना दी। फिर चीता पुलिस को फोन किया और आईजी, एसएससी को भी प्रकरण जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन सभी को पड़कर थाने ले गई और उनमें से चार मजदूरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया। सरगना को थाने में बिठाया है। एक अन्य व्यक्ति भी साथ में था। लेकिन वह रक्तदान करने के लिए नहीं पहुंचा था। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।