नई दिल्‍ली। क्‍या सोते-सोते भी कमाई की जा सकती है? बेंगलुरु की रहने वाली साईश्वरी पाटिल ने तो की है। वह पेशे से इन्‍वेस्‍टमेंट बैंकर हैं। अपनी नींद से उन्‍हें बहुत प्यार है। इसे साईश्‍वरी ने फायदे का सौदा बना डाला। वेकफिट के अनोखे स्लीप इंटर्नशिप कॉन्टेस्ट के तीसरे एडिशन में ’स्लीप चैंपियन’ बनकर उन्होंने 9 लाख रुपये जीते हैं। यह प्रतियोगिता लोगों को रात में 8 से 9 घंटे की नींद और दिन में 20 मिनट की पावर नैप लेने के लिए प्रोत्साहित करती है।
पाटिल उन 12 ’स्लीप इंटर्न’ में से एक थीं, जिन्हें उनकी नींद पर नजर रखने के लिए एक प्रीमियम गद्दा और एक कॉन्टैक्टलेस स्लीप ट्रैकिंग डिवाइस दिया गया था।

शो के दौरान प्रतिभागियों ने अपनी रात की नींद को बेहतर बनाने और विजेता बनने के अपने अवसरों को बेहतर बनाने के लिए स्‍लीप एक्‍सपर्ट्स की ओर से आयोजित कार्यशालाओं को भी देखा। इस शो के तीन वर्षों में वेकफिट को 10 लाख से ज्‍यादा आवेदन प्राप्त हुए। इसने 51 इंटर्न को काम पर रखा है। वहीं, 63 लाख रुपये का स्‍टाइपेंड दिया है।

वेकफिट के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर कुणाल दुबे ने कहा कि यह कार्यक्रम भारतीयों को नींद के महत्व के बारे में मजेदार तरीके से याद दिलाने में मदद करता है। वेकफिट के ग्रेट इंडियन स्लीप स्कोरकार्ड 2024 के अनुसार, 48þ भारतीय थके हुए जागते हैं। ऐसा लंबे समय तक काम करने, खराब नींद के माहौल और तनाव के कारण होता है।

साईश्‍वरी पाटिल ने बताया कि जागने और बिस्तर पर जाने के कार्यक्रम का पालन करना एक बड़ा अनुशासन था। उन्होंने कहा कि अगर आप अच्छा स्कोर करना चाहते हैं, तो आपको उन गतिविधियों पर लगने वाले समय को कम करना होगा जो देर रात तक की जा सकती हैं, जैसे कि फिल्में देखना।

उन्होंने यह भी बताया कि कैसे कोरोना ने उनके रोजमर्रा के कामों को प्रभावित किया। कैसे उनके काम की द‍निचर्या ने उनके सोने के तरीके को प्रभावित किया। फिर भी प्रतियोगिता दबाव डाल सकती है, लेकिन पाटिल ने अनुभव से लाभ उठाया।

पाटिल ने कहा, ’मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि मानव शरीर को शारीरिक और भावनात्मक रूप से खुद को ठीक करने के लिए गहरी और त्म्ड नींद की कितनी आवश्यकता होती है।’ इस शो के जरिये अच्छी नींद के महत्व पर जोर दिया गया। बेहतर नींद की आदतों के लिए लड़ने के उनके जुनून का मार्ग प्रशस्त किया।

यह अनोखी प्रतियोगिता न केवल लोगों का मनोरंजन करती है, बल्कि अच्छी नींद के महत्व पर भी रोशनी डालती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां लोग अपने काम में व्यस्त रहते हैं, वहां वेकफिट की यह पहल लोगों को सेहत के प्रति जागरूक बनाती है।