अगले साल उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों का फोकस युवा वोटर्स पर है। प्रदेश में कुल 14.16 करोड़ वोटर्स हैं। इनमें करीब 45% से ज्यादा वोटर्स की उम्र 18-40 साल के बीच है। मतलब सबसे ज्यादा संख्या युवा वोटर्स की है। अब इन्हीं वोटर्स को ध्यान में रखते हुए भाजपा, सपा, बसपा, कांग्रेस व अन्य पार्टियां अपना चुनावी एजेंडा तैयार कर रहीं हैं। पढ़िए युवाओं के लिए अब तक किस पार्टी ने क्या ऐलान किया है ?
भारतीय जनता पार्टी ने युवाओं के लिए क्या ऐलान किया?
2014 लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने युवा वोटर्स की ताकत को अच्छी तरह से परख लिया। तब भाजपा से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार रहे नरेंद्र मोदी ने उन बच्चों पर भी फोकस किया जो साल-दो साल बाद वोटर्स बनने वाले थे। इसका फायदा भाजपा को यूपी समेत कई अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव में हुआ। पार्टी ने कई राज्यों में अपनी सरकार बनाई। 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भी इसका फायदा मिला। अब फिर से भाजपा का फोकस युवाओं पर ही है। यही कारण है कि चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं से जुड़े कई बड़े फैसले किए हैं…
1. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगस्त में 7301.52 करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट पेश किया था।
2. अनुपूरक बजट में युवाओं के लिए रोजगार के लिए 3000 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई।
3. स्नातक, परास्नातक, डिप्लोमा आदि पाठ्यक्रमों में पढ़ाई कर रहे एक करोड़ युवाओं को मुफ्त में टैबलेट या स्मार्ट फोन दिया जाएगा। ये दिसंबर से ही बंटना शुरू हो जाएगा।
4. प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों को तीन बार भत्ता दिया जाएगा। ये दिसंबर से ही छात्रों को मिलने लगेगा।
5. संस्कृत विद्यालय में शिक्षकों की भर्ती होगी। जल्द ही इसका विज्ञापन जारी होगा।
6. उत्तर प्रदेश के अलग-अलग विभागों में रिक्त 75 हजार पदों पर जल्द भर्ती होगी। इनमें से कई विभागों में भर्ती का
अखिलेश यादव ने 2012 में 12वीं पास करने वाले छात्रों को लैपटॉप वितरित किया था। – फोटो : अमर उजाला
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रोजगार और शिक्षा के मुद्दों पर योगी सरकार को घेरने की तैयारी की है। इसके जरिए सपा बेरोजगार युवाओं को अपने पाले में करने की कोशिश करेगी। इसके अलावा छात्रवृत्ति व कोविड के दौरान छात्रों के सामने खड़े हुए संकट को भी मुद्दा बनाने की तैयारी है।
2012 में सपा ने 12वीं पास छात्रों को लैपटॉप और 10वीं पास छात्रों को टैबलेट देने का ऐलान किया था। एक बार फिर से इसका ऐलान कर सकती है। यूपी चुनाव में भी ज्यादा से ज्यादा युवाओं को टिकट देने की प्लानिंग है। इसके अलावा 10 लाख युवाओं को रोजगार, शिक्षामित्रों को फिर से सहायक अध्यापक बनाने जैसे वादों को चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने की प्लानिंग है।
बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने क्या कहा?
भाजपा और सपा की तरह बहुजन समाज पार्टी का भी फोकस युवाओं पर ही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनावी सभा में ही युवाओं को रोजगार देने का ऐलान कर दिया। कहा कि अगर बसपा की सरकार बनती है तो यूपी से पलायन रोकने के लिए हर युवा को रोजगार दिया जाएगा। मायावती ने इस बार ज्यादा से ज्यादा टिकट भी युवाओं को ही देने का फैसला लिया है। पार्टी से युवाओं को जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। हालांकि, मायावती ने अभी कोई खास ऐलान युवाओं के रोजगार या शिक्षा से जुड़ा नहीं किया है।
यूपी में बेरोजगारी को लेकर प्रियंका गांधी और राहुल गांधी लगातार योगी और मोदी सरकार पर हमलावर होते रहे हैं। चुनाव में भी यही मुद्दा हावी रहेगा। प्रियंका इंटर पास छात्राओं को फ्री स्मार्ट फोन और स्नातक पास बेटियों को स्कूटी देने का ऐलान किया है। आईआईटी, एनआईटी, मेडिकल और लॉ की पढ़ाई करने वाले युवाओं को पार्टी से जोड़ा जा रहा है, ताकि उनके जरिए ज्यादा से ज्यादा युवाओं को कांग्रेस के करीब लाया जा सके। इसके लिए कांग्रेस ने ‘बनें यूपी की आवाज’ नाम से नया अभियान चलाया है।