लखनऊ : सीएम योगी ने जाति और मजहब पर टिप्पणी करने वालों को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सिर्फ विरोध के नाम पर अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय के देवी-देवता, महापुरुषों और साधु-संतों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है। विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीएम सोमवार को अपने सरकारी आवास पर त्योहारों के मद्देनजर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, डीजीपी प्रशांत कुमार, अपर मुख्य सचिव गृह दीपक कुमार व अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हर मत, संप्रदाय की आस्था का सम्मान और महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए बाध्य नहीं किया सकता है। इसे जबरन किसी पर थोपा भी नहीं जा सकता है। यदि कोई भी व्यक्ति आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, महापुरुषों, देवी-देवता, संप्रदाय आदि की आस्था के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कड़ी सजा दिलाई जाएगी। विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़फोड़ व आगजनी का दुस्साहस करने वालों को उसकी कीमत चुकानी होगी।
सीएम ने पुलिस-प्रशासन को निर्देश दिए कि शारदीय नवरात्र, दशहरा का पर्व हर्षोल्लास और सौहार्दपूर्ण माहौल के बीच संपन्न हो, यह सभी जिलों के प्रत्येक थाने को सुनिश्चित करना होगा। माहौल खराब करने वालों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई करें। कानून के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ सख्ती से निपटें। वहीं महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा कि भीड़भाड़ वाले इलाकों में पैदल और पीआरवी 112 की गश्त तेज की जाए। महिलाओं-बेटियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए सभी विभाग मिलकर काम करें।
बीते दिनों गाजियाबाद में महंत यति नरसिंहानंद द्वारा भड़काऊ बयान देने के बाद समुदाय विशेष के लोगों ने डासना मंदिर के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया था। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने इसे मंदिर पर हमला करने की साजिश करार दिया, जिसके बाद तनाव का माहौल बना है। वहीं सहारनपुर में भी इसे लेकर विरोध हुआ है। देश के कई राज्यों में यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है और कई जगहों पर यति नरसिंहानंद के खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए हैं। गाजियाबाद पुलिस ने महंत को हिरासत में लेने के साथ मंदिर के बाहर प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया है। सोमवार को बैठक में मुख्यमंत्री को इस पूरे मामले की जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।