बरेली। बरेली के इज्जतनगर थाना क्षेत्र में स्थित सेंट्रल जेल के कृषि फार्म से कूदकर फरार हुए हत्या के दोषी कैदी हरपाल पाली का 18 घंटे बाद भी सुराग नहीं लगा। जेलर नीरज कुमार ने शुक्रवार को इस मामले में इज्जतनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें कैदी हरपाल के अलावा जेल वार्डर अजय कुमार, जेल के कृषि फार्म के सुपरवाइजर अनिल कुमार और फॉर्म के लिपिक धर्मेंद्र कुमार को आरोपी बनाया गया है। सेंट्रल जेल अधीक्षक अविनाश गौतम ने हरपाल की निगरानी में लगे जेल वार्डर अजय कुमार को निलंबित कर दिया है।

नियमानुसार बंदियों को जेल से बाहर लाने में जेलर समेत अन्य अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है लेकिन इस मामले में बाकी लोगों की भूमिका तय करने को जांच कराई जा रही है। पुलिस और एसओजी के अलावा जेल के सुरक्षा कर्मियों की चार टीम कैदियों से इनपुट लेकर हरपाल के संभावित ठिकानों पर छापे मार रही हैं। डिप्टी जेलर स्तर के अधिकारी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। दोपहर तक उसका सुराग नहीं लगा है।

फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव निवासी हरपाल को पिछले साल जुलाई में हुई सजा के बाद इज्जतनगर स्थित सेंट्रल जेल में लाया गया था। उसे हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। जेल प्रशासन ने गुरुवार को कुछ कैदियों को जेल परिसर के बाहर बने कृषि फार्म पर काम करने भेजा था। जेल वार्डर उन्हें लेकर आए थे।

शाम करीब पांच बजे ट्रैक्टर चालक के साथ जोताई में मदद कर रहा हरपाल अचानक कूदकर फरार हो गया। इस पर वरिष्ठ जेल अधीक्षक अविनाश गौतम को जानकारी दी गई। उन्होंने इज्जतनगर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय को बताया। पुलिस की कई टीमें हरपाल की तलाश में लगी हैं। पुलिस उसके घर भी दबिश देने गई है।