रामपुर। विवाहिता से छेड़छाड़ के आरोपी के न मिलने पर कोतवाली पुलिस ने उसके छोटे भाई मनोज (18) का शांतिभंग में चालान कर दिया। जमानत पर छूटने के 18 घंटे बाद युवक ने अपमानित महसूस करते हुए सोमवार की दोपहर उसने आत्महत्या कर ली। उसका शव गांव के निकट बाग में पेड़ से लटका हुआ मिला।
पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। हालांकि मामले में पुलिस का कहना है कि मारपीट के अलग मामले में मनोज का चालान किया था, छेड़छाड़ के मामले से इसका कोई ताल्लुक नहीं है। कोतवाली क्षेत्र के नवाबनगर का मझरा गांव निवासी एक विवाहिता ने लगभग आठ दिन पहले अपने पड़ोसी युवक के खिलाफ कोतवाली पुलिस को छेड़छाड़ की तहरीर दी थी।
परिजनों के अनुसार शनिवार के दिन पुलिस ने आरोपी प्रेम सिंह के घर दबिश दी थी। वह पुलिस को नहीं मिला तब उसके छोटे भाई मनोज और उसके घर आए गांव के ही युवक विनेश को उठा लाई थी। दोनों के खिलाफ पुलिस ने शांतिभंग में चालान कर दिया था। शाम के समय एसडीएम ने मुचलका पाबंद करके जमानत दे दी थी।
छेड़छाड़ के आरोपी भाई के एवज में पुलिस ने मनोज के खिलाफ कार्रवाई कर दी। इससे मनोज आहत था। ग्रामीणों का कहना था कि मनोज जमानत पर छूटने के बाद घर आ गया। सोमवार की दोपहर लगभग पौने बारह बजे ग्रामीणों ने गांव की पश्चिमी दिशा स्थित बाग में आम के पेड़ की डाल पर उसका शव लटका हुआ देखा तो ठिठक गए।
मनोज के फंदा लगा लेने की खबर गांव में पहुंची तो तमाम ग्रामीण वहां आ गए। सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस आ गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी संदीप त्यागी ने बताया कि छेड़छाड़ के मामले में चालान नहीं किया गया, मछली को लेकर विवाद हुआ था, उस मामले में मनोज का चालान किया गया था। इसका उसके भाई के केस से कोई ताल्लुक नहीं है।
मनोज बेहद निर्धन परिवार से था। उसके चार भाई और एक बहन हैं। पिता का निधन हो चुका है। दो भाई और बहन की शादी हो चुकी है। पुलिस ने जब आरोपी भाई के एवज उसे पकड़ कर शांतिभंग में चालान किया तो एसडीएम कोर्ट में जमानत कराने के लिए जमानती भी नहीं मिल पाए। वकील का मेहनताना भी देने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे। सोमवार को उसे जमानती पेश करने थे, लेकिन घटनाक्रम से आहत होकर अपनी जान दे दी।
नवाबनगर का मझरा गांव में मनोज और विनेश के बीच मछली मारने को लेकर विवाद हुआ था जिसके चलते दोनों का शांतिभंग में चालान हुआ। मनोज के भाई द्वारा विवाहिता से की गई छेड़छाड़ के मामले में मनोज का न तो नाम था और न ही चालान किया गया। मनोज के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। रिपोर्ट आने के बाद उसकी मौत का कारण पता चलेगा। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का है। – अतुल कुमार पांडेय, सीओ, स्वार