मेरठ में व्यापारी निर्देश गौतम की हत्या के पीछे बड़ा राज छिपा हो सकता है। शुरुआती जांच में पुलिस अधिकारियों का शक उसकी पत्नी पर ही जा रहा है। वहीं इस खौफनाक वारदात के बारे में जिसने भी सुना उसकी रूह कांप गई। बताया गया कि निर्देश का शव सड़ी-गली हालत में पड़ा मिला और उसके पास से लंबे बाल, हाथापाई होने के निशान मिलने की बात कही जा रही है। इस खौफनाक वारदात की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अधिकारी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट लगे हुए हैं।
मेरठ के शास्त्रीनगर में एक व्यापारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मकान से भयंकर बदबू आने लगी तो पड़ोसियों ने अनहोनी का संदेह जताया और परिजनों को जानकारी दी। परिजन आगरा से मेरठ पहुंचे और मकान का दरवाजा खोला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के एक कमरे में बेटे की लाश बेड पर सड़ रही थी, जिससे भीषण बदबू उठ रही थी। पड़ोसी भी ये दृश्य देखकर हैरान रह गए और पुलिस को सूचना दी। वहीं व्यापारी की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
18 साल पहले हुई थी व्यापारी निर्देश की शादी
स्क्रैप व्यापारी निर्देश गौतम की शादी 18 साल पहले आगरा की मंजू गौतम से हुई थी। निर्देश के दो बहनें हैं। बड़ी बहन अंजली आगरा और छोटी बहन कासगंज में अपनी ससुराल में रहती है। शास्त्रीनगर एल ब्लॉक में निर्देश अपनी पत्नी मंजू और मां मीना गौतम के साथ रहते थे। दंपती के कोई संतान नहीं थी। दोनों के बीच विवाद रहता था। 19 अक्तूबर को सास-बहू में झगड़ा हुआ था। आरोप है कि मीना गौतम की पिटाई पुत्रवधू मंजू ने कर दी थी। मीना गौतम की रीढ़ की हड्डी भी टूट गई। इसके बाद मीना अपनी बेटी अंजली के पास आगरा स्थित बालाजीपुरम में चली गईं।
15 दिन पहले दंपती के बीच फिर विवाद हुआ, जिसके बाद मंजू अपने पति को छोड़कर आगरा अपने मायके में चली गई। एक सप्ताह से मीना गौतम अपने बेटे निर्देश को लेकर चिंतित थीं। उन्होंने बेटी अंजली और दामाद देवेश से मेरठ चलने को कहा। पांच-छह दिन से देवेश अपने साले को कॉल कर रहे थे, लेकिन फोन रिसीव नहीं हो रहा था। वहीं मंगलवार को पड़ोसियों से सूचना मिलने के बाद देवेश, अंजली और मीना शास्त्रीनगर में निर्देश की कोठी पर पहुंचे। दरवाजे का कुंडा लगा था, जिसे खोलकर वे अंदर आ गए। एक कमरे से बदबू आ रही थी। तीनों जैसे ही कमरे में गए तो निर्देश का काला पड़ चुका और फूल चुका शव पड़ा था। जानकारी लगते ही लोगों की भीड़ लग गई।
इसके बाद सूचना मिलने पर मेडिकल थाने की पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लिया। इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से नमूने लिए। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। बहन और बहनोई ने मंजू पर हत्या का अंदेशा जताया है। वहीं पुलिस व्यापारी की पत्नी अंजू से पूछताछ में जुटी है। पुलिस का कहना है सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है।
कोठी पर थी निगाह
स्क्रैप व्यापारी निर्देश गौतम की जान कीमती कोठी ने ली है। इस कोठी पर अपनों की ही निगाह लगी थी। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि मौत कैसे हुई, हत्या हुई तो किसने की है। पत्नी मंजू पर शक जताकर परिवार के लोग हत्या होने का इशारा भी कर रहे हैं। वहीं, पत्नी उनके ऊपर आरोप लगा रही है। घटनास्थल पर दुर्गंध शव के पास लंबे बाल, हाथापाई होने की निशान मिलने की बात कही जा रही है। परिजनों का आरोप है कि 386 मीटर की कोठी को पत्नी बिकवाने का पति और सास पर दबाव बनाती थी। इसे लेकर अक्सर निर्देश, मंजू और सास मीना में विवाद होता था।
फूफा ने निर्देश गौतम को लिया था गोद
निर्देश गौतम के फूफा आरपी गौतम थे, उनकी मौत हो चुकी है। वे अधिवक्ता थे और उन्हीं की यह कोठी थी। आरपी गौतम के कोई संतान नहीं थी, जिसके चलते उन्होंने निर्देश को गोद लिया था। अधिवक्ता की मौत के बाद वह अपनी पत्नी और मां के साथ शास्त्रीनगर में इस कोठी में रहने लगा था। 2006 और 07 में निर्देश ने शास्त्रीनगर में स्क्रैप की दुकान शुरू की, बाद में वह बंद कर दी।
प्रॉपटी को लेकर पति की हत्या हुई: मंजू
मंजू का कहना था कि मेरा पति आत्महत्या नहीं कर सकता, उसे मारा गया है। शास्त्रीनगर में हमारी कोठी को लेकर ननद-ननदोई और सास की नियत खराब थी। वह बार-बार उसे बेचने की बात कहते थे।
परिवार में ही मौत का राज छुपा
पड़ोसियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि निर्देश की मौत का राज परिवार के लोगों में ही छुपा हुआ है। निर्देश की पत्नी 15 दिन पहले आई और सामान लेकर जाती हमने देखी थी। 16 नवंबर को निर्देश को लोगों ने देखा था। स्थानीय लोगों से भी उसकी कम ही बोलचाल थी।
बस कोठी पर थी नजर
14 साल से निर्देश गौतम कोई काम नहीं करते थे। अधिवक्ता आरपी गौतम का सामान बेचते रहे और परिवार का पेट पालते रहे। अंत यह हुआ कि परिवार की आर्थिक कमर टूट गई और परिवार भुखमरी की कगार पर खड़ा हो गया। अब सबकी नजर कोठी पर थी। कोठी बिकेगी तो पैसा भी आ जाएगा। कोठी कौन बेचेगा और पैसा किसके पास जाएगा, इसको लेकर ही परिवार में विवाद था। यही कारण रहा निर्देश की मौत का। यह लालच में की गई हत्या है या डिप्रेशन में आकर निर्देश ने आत्महत्या की।