आगरा। आगरा में नकली दवाओं का अड्डा बन चुका है। यहां सरकारी अस्पतालों की दवाएं, एक्सपायर्ड दवाओं की रीपैकिंग और सर्जिकल सामान की फैक्टरी पकड़ी जा चुकी है। बीती 7 साल में 250 करोड़ रुपये से अधिक की दवाएं और मशीनरी जब्त की जा चुकी है। जिला आगरा केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष आशु शर्मा का कहना है कि नकली दवाओं की जांच सीबीआई से कराई जाए। 2024:- विजय गोयल की चार अवैध फैक्टरी पकड़ी, जिसमें नशे के लिए और नकली दवा बन रही थीं।
ये पकड़े गए मामले
2023: गढ़ी भदौरिया में राजन अग्रवाल की सर्जिकल सामान की अवैध फैक्टरी पकड़ी।
2021: आवास विकास कॉलोनी में धीरज राजौरा-प्रदीप राजौरा नकली दवा-रीपैकिंग की फैक्टरी पकड़ी।
2019- फ्रीगंज में दिल्ली की टीम ले दो गोदाम में करोड़ों की दवाओं का भंडारण पकड़ा।
2018- कमला नगर के पंकज गुप्ता का अंतरराज्यीय गैंग पकड़ा, सरकारी दवाओं की कालाबाजारी।
2016: कमला नगर में कपिल अरोड़ा और जितेंद्र अरोड़ा की दवाओं के तीन गोदाम पकड़े।
2015: शास्त्रीपुरम स्थित निखिल होम्स में दवाओं के दो गोदाम पकड़े।